पुलिस वाले पर सवालिया निशान: पुलिस के मुखबिर की खबर अपराधियों तक कौन पहुंचाता है?

मधेपुरा जिले के रतवारा थाना क्षेत्र में अपराधियों पर नजर रखने वाले तथा कई अपराधियों को सलाखों के भीतर पहुंचाने में मदद करने वाले पुलिस मुखबिर पर अपराधीयों द्वारा षंडयंत्र रच कर उसके घर पर अवैध हथियार रख कर फंसाने की योजना तो विफल हो गई परन्तु मुखबिर के सूझ-बूझ से हथियार रखने वाले दो शातिर अपराधी सलाखों के भीतर पहुँच गये.
 ज्ञात हो की रतवारा थाना क्षेत्र के दियारा क्षेत्र में शातिर अपराधियों का जमावड़ा आये दिन प्रायः होता रहता है. पुलिस द्वारा छापामारी करने के पहले हीं अपराधी वहाँ से निकल जाते हैं. पुलिस को सूचना देने वाले मुखबिरों के बारे में अपराधियों को खबर किस तरह मिल जाती है यह सोचनीय विषय है.
इसी क्रम में अपराधियों के बारे में सूचना देने वाले मुखबिर खापुर निवासी मुन्ना सिंह ने शातिर अपराधियों के बारे में पुलिस को सूचना दी जिसके उपरान्त पुलिस द्वारा बताये गये स्थानों पर छापामारी की गई परन्तु पुलिस खाली हाथ खाक छान कर लौट आई, परन्तु अपराधियों को मुखबिर के बारे में सूचना मिलने पर तिलमिलाये अपराधियों ने षडयंत्र रच कर मुखबिरों को हीं फसाने के लिए अवैध हथियार उसके घरों में रखकर पुख्ता इंतजाम मुक्कमल तो कर लिया परन्तु विश्वस्त सूत्रों से मुखबिर को अपराधियों की योजना पता चल गया.
इस बाबत मुखबिर मुन्ना सिंह ने रतवारा थाना में दिए गये आवेदन में बताया है कि 14 जून की रात्रि में मुझे सूचना मिली की मेरे घर के बथान में रखे भूसा में खापुर निवासी अमरेन्द्र सिंह खगड़िया जिला के बैलदौर थाना क्षेत्र के बारूण गाँव निवासी जयजय राम सिंह के द्वारा अवैध हथियार रखा गया है. सूचना मिलने पर जब में भूसा घर में देखा तो भूसा अस्त-व्यस्त था. तब ग्रामीणों के मदद से भूसा घर में रखे पानी पटाने वाले प्लास्टिक के पाईप में एक देशी रायफल दो गोली लोडेड रखा हुआ पाया. इसकी सूचना मोबाईल पर रतवारा थाना अध्यक्ष को दिया एवं ग्रामीणों के सहयोग से अवैध हथियार पुलिस को सुर्पुद किया गया. आवेदन में मुखबिर मुन्ना सिंह ने बताया है कि अपराधियों के खिलाफ उनके द्वारा पुलिस प्रशासन को विगत कई वर्षो से सहयोग किया जा रहा है एवं इस वजह से उनके द्वारा कई बड़े एवं शातिर अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़ चुके है एवं पूर्व में इस कार्य के लिए मधेपुरा एस पी द्वारा पुरस्कार स्वरूप 10 हजार रूपया भी उन्हे दिया गया है.
 मुन्ना सिंह के सूचना पर उनके यहाँ अवैध हथियार रखने वाले अपराधी अमरेन्द्र सिंह एवं जयजयराम सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. अपराधी अमरेन्द्र सिंह ने रतवारा थाना अध्यक्ष के समक्ष दिये गये बयान में बताया है कि 30 मई को सुखार घाट निवासी मो0 अख्तर ने मुन्ना सिंह के घर में अवैध हथियार रख कर पुलिस से पकड़वाने को कहा एवं बोला कि मुन्ना ने तुमको 2012 में पुलिस द्वारा हथियार के साथ पकड़वाया था. इसके बाद सुखाड़ घाट निवासी सलीम अली, मुस्तकाम, मो रूस्तम, मो0अख्तर एवं बारूण बैलदोर थाना निवासी जयजयराम सिंह के साथ योजना बनाई गई एवं 14 जून को मुन्ना सिंह के घर में अवैध हथियार रखा गया अमरेन्द्र सिंह ने बताया है कि उनका छोटा पुत्र संदीप कुमार पुरैनी थाना क्षेत्र में हुए मोटर सायकिल लूट काण्ड में जेल में बंद है.
         ज्ञात हो कि पुलिस का सरदर्द बने अपराधी के गढ़ सुखारघाट में कई बार पुलिस द्वारा छापामारी की गई परन्तु अपराधी को पुलिस की हरकत का पता पहले हीं चल जाता है. ऐसे में अपराधीयों का नेटर्वक कहीं ना कहीं पुलिस में हीं मौजूद है. क्योंकि गुप्त सूचना देने वाले मुखबिरों का नाम भी अपराधियों को पता चल जा रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि लोग पुलिस को कैसे अपराधीयों के बारे में सूचना दें? (प्रेरणा किरण की रिपोर्ट)
पुलिस वाले पर सवालिया निशान: पुलिस के मुखबिर की खबर अपराधियों तक कौन पहुंचाता है? पुलिस वाले पर सवालिया निशान: पुलिस के मुखबिर की खबर अपराधियों तक कौन पहुंचाता है? Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on June 17, 2015 Rating: 5

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