
पत्नी ने संदेह व्यक्त करते हुए
लिखा था कि मंगलवार को शाम में उनके पति घर से लक्ष्मीपुर मुसहरी चौक पर गए हुए थे,
जिसके बाद वे काफी रात तक घर नहीं लौटे. इसके बाद परिजनों ने उनकी तलाश शुरू कर दी.
इसी क्रम में कुछ लोगों ने बताया कि उनके पति मैजिक गाडी से मनोज मेहता और दो तीन अन्य
के साथ खजुरी की ओर जा रहे थे. जिसके बाद वहां भी खोजबीन की गयी पर कुछ पता नहीं चल
सका. श्रीनगर थाना अध्यक्ष प्रसुनजय कुमार ने बताया कि आवेदन मिलने के बाद पुलिस मनोज
को गिरफ्तार कर थाना ले आई तथा उनसे पूछताछ शुरू कर दी गयी. कड़ाई से पूछताछ में उसने
चमकलाल की धारदार हथियार से हत्या कर लाश को जीबीसी नहर के गोविन्दपुर साइफन के नीचे
फेंक देने की बात स्वीकार की.
थानाध्यक्ष ने कहा कि इसके बाद जदिया
एवं भरगामा पुलिस तथा परिजन को सूचित करते हुए वे पुलिस बल के साथ घटना स्थल पहुंचे.
जहां परिजन के द्वारा लाश की पहचान करने के बाद जदिया थाना अध्यक्ष शिवकुमार यादव द्वारा
पंचनामा बनाकर लाश को अंतःपरीक्षण के लिए सुपौल भेज दिया गया. इस बीच वहां मौजूद परिजनों
ने बताया कि मनोज द्वारा चमकलाल से 2 लाख 80 हजार रूपया नकद पैंचा लिया गया था. तीन बेटी और तीन
बेटा में सिर्फ एक बेटी की शादी हुई है और दूसरे की शादी के लिए तैयारी करने के क्रम
में वे पैसा की मांग भी मनोज से करते आ रहे थे. परिजन संदेह जाहिर करते हुए कहते हैं
कि यह भी हत्या का कारण हो सकता है इससे इंकार नहीं किया जा सकता. वैसे लोगों ने बताया
कि मृतक काफी मिलनसार व्यक्ति था ओर किसी से भी कोई विवाद नहीं था. इधर श्रीनगर पुलिस
अपहरण कर हत्या कर दिए जाने के मामले के अन्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी
कर रही है.
पत्नी का संदेह निकला सच: अपहरण कर हत्या ही की गई थी पति की
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
April 17, 2015
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