बिहार
राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के अहवान् पर जिले भर के प्रखंडों में विभिन्न विद्यालय के शिक्षकों द्वारा एक दिवसीय
धरना प्रदर्शन किया. शिक्षको का कहना था कि नियोजित शिक्षकों को भी नियमित
शिक्षकों की तरह वेतन मान एवं भत्ते दिया जाए. समान काम के लिए समान वेतन हो. बिहारीगंज
और चौसा प्रखंड में भी नियोजित शिक्षकों ने कहा कि सरकार का व्यवहार उनके प्रति अमर्यादित
है और वे अब चरणबद्ध आंदोलन के लिए मजबूर होंगे.
मुरलीगंज प्रखंड मुख्यालय में शिक्षको
द्वारा किये जा रहे मांगों के समर्थन में मधेपुरा के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू
यादव धरना स्थल पर पहुँचकर धरना प्रदर्शन को उचित बताया. सांसद ने कहा कि बिहार की
शिक्षा व्यवस्था धरातल में जा रही है और शिक्षको की मान-मर्यादा समाप्त हो चुकी है.
उन्होने कहा कि आज शिक्षकों को मात्र नौ हजार रूपया वेतन के रूप में मिलता है
जिससे वह अपना पेट भरने पर सक्षम नही होते हैं, तो अपने बच्चे का पेट कैसे भर सकते
है? ऐसी स्थिति में शिक्षको का वेतन 45 से 50 हजार रूपया सरकार को करना चहिए.
(नि० सं०)
समान काम के लिए हो समान वेतन: शिक्षकों द्वारा जिले में एक दिवसीय घरना-प्रदर्शन
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 27, 2015
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