
जिला
पदाधिकारी की अध्यक्षता में हुई बैठकों में मेले से सम्बंधित तैयारियों की पूर्व
समीक्षा कर ली गई है और लोगों को किसी प्रकार की कठिनाई उत्पन्न न हो इसके लिए खास
इंतजाम किये जा रहे हैं.
क्या है तैयारी और क्या-क्या
होंगे मेले में?: सिंहेश्वर मेला में सभी विभागों को अपना-अपना स्टॉल लगाने हेतु जमीन चिन्हित
कर उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी मधेपुरा के उप विकास आयुक्त को दी गई है ताकि स्टॉल
सुव्यवस्थित तरीके से लग सके.
मेला
मजिस्ट्रेट के रूप में वरीय उप समाहर्ता प्रदीप कुमार झा की प्रतिनियुक्ति की गई
है जो अनुमंडलाधिकारी से समन्वय स्थापित कर मेले में विधि-व्यवस्था को देखेंगें.
मेले
में फायर ब्रिगेड के अलावे ट्रस्ट कार्यालय के सामने जिलाधिकारी के नाम की शिकायत
पेटिका लगाई जायेगी. मधेपुरा-सिंहेश्वर पथ के सभी गड्ढों को भरने का निर्देश एनएच
के कार्यपालक अभियंता को दिया गया है. मेला परिसर में अस्थायी शौचालय लगाने का
निर्देश पीएचईडी को दिया गया है.
अधिकारी मुफ्त सामान और सेवाएं
नहीं लेंगे: मेले की तैयारी में एक खास निर्देश यह भी आया है कि दंडाधिकारी या पुलिस
पदाधिकारी मेले में न तो कोई सामान मुफ्त में लेंगे और न ही सर्कस झूला आदि की
सेवायें मुफ्त में हासिल करेंगे.
सिंहेश्वर महोत्सव होगा तीन
दिनों का: एक माह तक चलने वाले इस मेले के दौरान 08, 09 तथा 10 मार्च को ‘सिंहेश्वर महोत्सव’ का आयोजन किया जाएगा. इस
महोत्सव के दौरान लोगों को उम्दा कलाकारों के कार्यक्रम को देखने का अवसर प्राप्त
हो सकता है.
इस बार भी नहीं होंगे थियेटर: सिंहेश्वर मेले में गत
वर्ष की भांति इस वर्ष भी थियेटर नहीं होंगे. संभवत: थियेटर से होने वाली
विधि-व्यवस्था सम्बंधित परेशानी को देखते हुए ये फैसला लिया गया है.
पर मेले
में उम्दा सर्कस, दर्जनों तरह के झूले, मौत का कुआँ, जादूघर, सिनेमाघर, खेल-तमाशों
की भरमार होगी जो श्रद्धालुओं तथा अन्य लोगों के भरपूर मनोरंजन के लिए काफी होगा.
साथ ही भक्तों को मंदिर में पूजा करने में कोई परेशानी न हो इसका भी खास ख्याल रखा
गया है.
तो हो
जाइए तैयार, इस मेले का लुत्फ़ उठाने को, बस पांच दिन हैं बाकी.
सिंहेश्वर मेला शुरू होने में सिर्फ 5 दिन बाक़ी: क्या है तैयारी? एक नजर
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
February 12, 2015
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