नए वर्ष 2015 की मस्ती खासकर
मधेपुरा जिले के युवाओं पर अलग-अलग रंगों में चढ़ा. खुशियों 
और जश्न का माहौल तो कई
दिन पहले से ही
दिखने लगा था, पर जैसे ही रात में 12 बजे, इंटरनेट युग के युवाओं
ने सबसे पहले फेसबुक, व्हाट्सएप और एसएमएस सेवाओं से अपने मित्रों और शुभचिंतकों
को नए साल की शुभकामनाएं दी और फिर उसके बाद से अबतक बधाइयों का सिलसिला जारी है.



मधेपुरा तथा आसपास के बहुत से युवाओं ने आज
नववर्ष की खुशियाँ मनाने को पड़ोसी देश नेपाल का भी रूख किया तो मधेपुरा में भी
युवाओं ने कुछ अलग अंदाज से ही 2015 का स्वागत किया. मधेपुरा पब्लिक स्कूल के एक
छात्र ने तो अपने बाल छोटे करवा कर पीछे की तरफ कटवा कर 2015 लिखवा लिया. पूछने पर
दीपक ने बताया कि 2014 को अलविदा करके हमने नए अंदाज में 2015 का स्वागत किया है.
इस वर्ष से हमें काफी उम्मीदें है कि हमें इस साल अद्भुत सफलता मिल सकती है.
जिला मुख्यालय के कॉमर्स कॉलेज के बगल के
मैदान में युवाओं ने हर वर्ष की भांति इस बार भी गीत-संगीत के साथ पूजा-अर्चना की
और ईश्वर से मधेपुरा जिले के लोगों को खुशहाल करने की भी मन्नतें मांगी.
उधर जिला मुख्यालय के ही बड़ी महावीर मंदिर
में नौ रोज चलने वाले नवाह अष्टयाम का भी आज समापन नगर परिषद् के पूर्व चेयरमैन विजय
कुमार बिमल की उपस्थिति एवं पूजा-अर्चना के बाद हो गया जिसमें भी मधेपुरा को
सुखी-संपन्न बनाने की प्रार्थना की गई. मंदिर में समापन अवसर पर पुरुष-महिला-बच्चे
भक्तों की बड़ी भीड़ देखी गई. वहीँ नगर परिषद् के वर्तमान चेयरमैन विशाल कुमार बबलू
ने भी वार्ड पार्षदों के साथ बैलून हवा में उडाकर नए साल का स्वागत किया.
जिले में सभी धर्मों के लोगों के द्वारा एक
त्यौहार के रूप में मनाये जाने वाले .नववर्ष’ के पहले दिन कुछ युवाओं की मस्ती भी बहुत ‘खास’ रहने की वजह आज शराब की दुकानों
का खुला रहना भी बताया गया.
कुल मिलाकर नववर्ष के पहले दिन को मधेपुरा के
लोगों ने खास बनाने की कोशिश जरूर की.
सर मुंडाने से बैलून उड़ाने तक: मधेपुरा में अलग-अलग रंग में लोगों ने मनाया 2015 का स्वागत-जश्न
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
January 01, 2015
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