
मिली जानकारी के अनुसार मुरलीगंज
प्रखंड के सभी पंचायतों में महात्मा गाँधी राष्ट्रीय रोजगार गारेंटी योजना के तहत बीपीएल,
अनुसूचित जाति एवं
जनजाति के परिवारो के आँगन एवं दरवाजा में मिट्टी भराई कार्य के लिए योजना आरंभ किया
गया था. जिसमें रजनी पंचायत के प्रताप नगर वार्ड संख्या 04 के अनुसुचित जाति के परिवारों में
मिट्टी भराई का कार्य किया जाना था. पंचायत रोजगार सेवक सुमित कुमार सुमन ने मुखिया
दुखिनी देवी के पुत्र संजय कुमार मंडल के साथ मिली भगत कर इस योजना के तहत फरवरी माह
में बिना निगरानी समिति के गठन किये साथ ही बिना कार्यस्थल पर योजना का बोर्ड लगाये
कुछ लोगो के आँगन एवं दरवाजा में ट्रैक्टर के माध्यम से लगभग 144 टेलर मिट्टी भराई का कार्य
करने के बाद बन्द कर दिया. जबकि इस योजना के तहत जॉब कार्डधारी मजदूर के द्वारा मिट्टी
भराई का कार्य किया जाना था. ग्रामीणों का कहना है कि शेष मिट्टी भरायी से बचे लोगों
के द्वारा पूछे जाने पर पंचायत रोजगार सेवक एवं मुखिया पुत्र के द्वारा लोगो को योजना
की राशि नहीं मिलने की बात कह कर गुमराह कर दिया गया. लेकिन इस मामले का खुलासा तब
हुआ जब पीआरएस सुमित कुमार एवं मुखिया पुत्र संजय कुमार मंडल के द्वारा गुप्त रूप से
पूरे योजना का मस्टर रोल में मजदूर का कार्य दिवस दिखाकर एवं एमबी तैयार कर 17 सितम्बर 2014 को चेक संख्या 813566 के द्वारा 187920 रू की निकासी अवैध रूप से
भारतीय स्टेट बैक रघुनाथपुर शाखा के माध्यम से कर लिया गया और फिर एक अन्य तिथि को
पुनः उसी बैक के माध्यम से 88680 रू की निकासी की गई. कुल मिलाकर पीआरएस एवं मुखिया पुत्र ने
276000 रू की
निकासी अवैध रूप से की. रीना देवी, श्याम साह, कैली देवी, योगेन्द्र ऋषिदेव, उपेन्द्र
ऋषिदेव, चन्दन मुखिया, पारो जैसे कुल 33 जॉब कार्डधारी मजदूरों के खाता से कुल 276000 रू की राशि का निकासी कर
गबन किया गया.
रजनी गाँव के शंकर मुखिया,
महेंन्द्र मुखिया,
भगवान दास,
राजो ऋषिदेव,
योगेन्द्र ऋषिदेव,
रतनेश यादव अरविन्द
यादव, अशोक
पासवान, ललन
मुखिया, कुन्ती
देवी, रंजु
देवी, गुलमैन
देवी, लालो
देवी, रूबी
देवी, पविया
देवी, रंजना देवी, दुर्गी देवी, लूसी देवी, पूनम देवी, चानो देवी, चमेली देवी सहित अन्य ग्रामीणों का कहना है कि योजना का बोर्ड कार्यस्थल पर नहीं
लगे रहने के कारण इस बात की जानकारी आजतक नहीं हो पाई है कि योजना की प्राक्कलन राशि
क्या हैं.
ज्ञात हो कि रजनी पंचायत के प्रताप
नगर वार्ड संख्या 04 के अनुसुचित एवं अन्य जाति के परिवार के लगभग सभी जॉब कार्डधारी व्यक्ति गरीबी
एवं बेरोजगारी के कारण पंजाब एवं दिल्ली में मजदूरी कर अपने परिवार का भरण कर रहें
हैं. उसी समय उनके खाता से इस राशि का निकासी किया गया.
मामले की जांच से कई सच सामने आ
सकते हैं और यदि ऐसा पूरे कोसी में हो रहा है तो फिर मजदूरों के पलायन के पीछे ये
एक बड़ी वजह मानी जा सकती है कि गाँव के प्रतिनिधि और दलाल सरकारी राशि से अपना पेट
भर रहे हैं और सरकारी राशि का लाभ न मिल पाने की वजह से कोसी के गरीब मजदूरी के
लिए पलायन करते हैं.
रोजगार सेवक एवं मुखिया पुत्र ने हड़पे मनरेगा के 33 मजदूरों के 2 लाख 76 हजार!
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 14, 2014
Rating:

No comments: