अब न तो धर्मपत्नी रही और न ही पति देवता. सावित्री
और सत्यवान की कहानी आज आधुनिकता की दौड़ में अंधे युवक-युवतियों को बेकार की बातें
लगती है. कई मामलों में अब जहाँ पत्नी के लिए पति, पति नहीं ‘पतित’ हो गए हैं वहीँ पीड़ित पतियों के अनुसार पत्नी भी वो
महिला है जो पति को ‘पतन’ की ओर ले जाने लगी है.
कोर्ट
परिसर में आज जो कुछ हुआ वो पति और पत्नी के सम्बन्ध को दागदार करता है. कुमारखंड
थाना के सुखासन गाँव के प्रशांत और रानीपट्टी की रानी कुमारी के संबंधों में महज
दो साल के अंदर ही ऐसी दरार आ गई कि पति ने मधेपुरा के कोर्ट में पत्नी से ‘डिवोर्स’ का मामला दर्ज कराया तो पत्नी
ने ‘मेन्टेनेन्स’ की मांग कर डाली. आज अचानक जब
दोनों का आमना-सामना हुआ तो पत्नी ने पति के नाक पर मुक्का चला दिया. साले साहब भी
बहन के समर्थन में जीजा की धुनाई कर दी. मामले में आज की घटना के सम्बन्ध में
पीड़ित पति की ओर से आवेदन दाखिल कर दिया गया है. दोनों के आरोप एक-दूसरे के खिलाफ
हैं और दोनों एक-दूसरे पर बेवफाई का आरोप लगा रहे हैं.
(नि० सं०)
सरेआम धर्मपत्नी ने पति देवता की नाक तोड़ी और पिटवाया
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 14, 2014
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