मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज अनुमंडल के लोगों का
तीन दशक का सपना आज पूरा हो गया. पटना उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश सुश्री
रेखा मनहरलाल दोशीत के हाथों आज व्यवहार न्यायालय उदाकिशुनगंज का
उदघाटन संपन्न
होने के साथ ही अनुमंडल में व्यवहार न्यायालय कार्य करने लगा है.
उदघाटन संपन्न
होने के साथ ही अनुमंडल में व्यवहार न्यायालय कार्य करने लगा है.
पूर्व
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बिहार के मुख्य न्यायाधीश का काफिला सुबह करीब दस
बजे उदघाटन स्थल पर पहुंचा. मंच पर अन्य न्यायाधीशों तथा पदाधिकारियों के साथ
विराजमान होने के पश्चात पटना हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सुश्री रेखा मनहरलाल
दोशीत ने दीप प्रज्ज्वलित कर उदघाटन कार्यक्रम की शुरुआत की. दूसरी कड़ी में पटना
से आये मुख्य न्यायाधीश, निरीक्षी न्यायाधीश सहित मंच पर उपस्थित अन्य अतिथियों को
बुके, शॉल तथा पाग देकर सम्मनित किया.
विराजमान होने के पश्चात पटना हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सुश्री रेखा मनहरलाल
दोशीत ने दीप प्रज्ज्वलित कर उदघाटन कार्यक्रम की शुरुआत की. दूसरी कड़ी में पटना
से आये मुख्य न्यायाधीश, निरीक्षी न्यायाधीश सहित मंच पर उपस्थित अन्य अतिथियों को
बुके, शॉल तथा पाग देकर सम्मनित किया.
इसके
बाद सभा को संबोधित करते हुए पटना उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश सुश्री रेखा
मनहरलाल दोशीत ने कहा कि यहाँ मौजूद लोगों की भीड़ देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता
है कि यहाँ के लोगों को उदाकिशुनगंज अनुमंडल में व्यवहार न्यायालय की कितनी अधिक
जरूरत थी. उन्होंने इच्छा जताई कि राज्य के हर अनुमंडल में वहां के लोगों का अपना
न्यायालय हो ताकि उन्हें सस्ता और सुलभ न्याय मिल सके. माननीय मुख्य न्यायाधीश
सुश्री रेखा मनहरलाल दोशीत ने कहा कि हम चाहेंगे कि यहाँ कम से कम मुक़दमे आयें और
आपसी झगड़े आगे न बढ़े. उन्होंने लोगों से आपसी प्रेम और सदभाव बनाये रखने की अपील
भी की. उन्होंने संत कबीर के दोहे को उद्धृत करते हुए कहा कि बचपन में पढ़ा करती थी
कि ‘
जब आये संतोष धन, सब धन धूरि समान’ यानि
असंतोष ही झगड़े और मुक़दमे की मूल वजह है.
जब आये संतोष धन, सब धन धूरि समान’ यानि
असंतोष ही झगड़े और मुक़दमे की मूल वजह है.
इस मौके
पर बिहार सरकार के विधि एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री शाहिद अली खान, राजस्व
एवं भूमि सुधार मंत्री नरेन्द्र नारायण यादव ने सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में
न्यायालय का उदघाटन करने आई सुश्री रेखा मनहरलाल दोशीत का आभार प्रकट करते हुए कहा कि एक
लंबे समय से यहाँ के लोगों को उदाकिशुनगंज में न्यायालय की जरूरत महसूस हो रही थी
और आज लोगों का सपना पूरा हुआ है.
कार्यक्रम
के शुरुआत में स्थानीय स्कूली बच्चों ने अतिथियों के स्वागत में स्वागत-गान
प्रस्तुत किया. मौके पर स्वागत भाषण मधेपुरा के जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री दीपक
कुमार सिन्हा के द्वारा दिया गया और व्यवहार न्यायालय उदाकिशुनगंज के गठन से
सम्बंधित नोटिफिकेशन बिहार सरकार के विधि सचिव अखिलेश कुमार जैन के द्वारा पढ़ा
गया. कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन मधेपुरा के प्रधान न्यायाधीश श्री
प्रदीप कुमार मलिक के द्वारा किया गया. कार्यक्रम का सफल मंच संचालन डा० देवाशीष बोस ने किया.
कार्यक्रम
समाप्ति के बाद पटना हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सुश्री रेखा मनहरलाल दोशीत,
निरीक्षी न्यायाधीश जस्टिस बीरेन्द्र प्रसाद वर्मा, महानिबंधक श्री विनोद कुमार
सिन्हा आदि ने न्यायालय भवन का निरीक्षण किया और अंत में मुख्य न्यायाधीश सुश्री
रेखा मनहरलाल दोशीत के हाथों से पौधरोपण भी संपन्न हुआ.
कार्यक्रम
में लोगों की भारी भीड़ उमड़ी थी और उनका उत्साह ये बताने के लिए काफी था कि अनुमंडल
व्यवहार न्यायालय, उदाकिशुनगंज की जरूरत इलाके के लोगों को कितनी थी. कुल मिलाकर
आज का दिन मधेपुरा के इतिहास में उल्लेखनीय साबित हुआ.
उदाकिशुनगंज व्यवहार न्यायालय का हुआ भव्य उदघाटन: लोगों में खुशी की लहर
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
September 07, 2014
Rating:
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