मधेपुरा में फर्जी बैंक खोलकर लोगों की करोड़ों की
जमा राशि को बैंक संचालकों द्वारा लेकर चम्पत होने का एक बड़ा और सनसनीखेज मामला
सामने आया है. 
मिली जानकारी के मुताबिक मधेपुरा
जिले के उदाकिशुनगंज प्रखंड के रामपुर खोरा पंचायत के बसगढा गाँव में पिछले
पन्द्रह साल से ‘वीणा
लक्ष्मी ग्रामीण विकास समिति’ नामक एक गैरसरकारी बैंक का संचालन अजय कुमार मंडल और मनोज
मंडल नामक दो व्यक्तियों के द्वारा किया जा रहा था. इस बैंक में लोगों को यह
प्रलोभन दिया जाता था कि उन्हें उनके द्वारा जमा राशि पर चार प्रतिशत ब्याज
प्रतिमाह दिया जाएगा और जमा राशि के मुताबिक उन्हें लोन की सुविधा भी प्रदान की
जायेगी. इस बात की जानकारी मिलते ही आसपास के तीन प्रखंड उदाकिशुनगंज, बिहारीगंज
और ग्वालपाड़ा प्रखंड के हजारों लोगों ने इसमें अपने गाढ़ी मिहनत समेत अपनी काफी
संपत्ति बेचकर इस बैंक में रूपये जमा कर दिए. हैरत की बात तो ये रही कि कई सरकारी
कर्मियों ने भी अपनी सफ़ेद और काली कमाई भी इस बैंक में जमा कर दिया.
      शुरू
में तो बैंक ने कुछ लोगों को वादे के अनुसार रूपये लौटाने और लोन देने का नाटक भी
किया. पर जब इस बैंक के संचालकों ने राशि करोड़ों में जमा कर ली तो लगभग एक सप्ताह
पहले उन्होंने बैंक का बोर्ड तथा अन्य सामान लेकर परिवार समेत फरार हो गए. बैंक
सहित संचालक के फरार होने की खबर सुनते ही जमाकर्ताओं के होश उड़ गए. सूत्र बताते
हैं कि उक्त बैंक के संचालक को क्षेत्र के कई सफेदपोश और असामाजिक तत्वों का
वरदहस्त प्राप्त है जिसके कारण ये पीड़ित प्रशासन में शिकायत करने से कतरा रहे हैं.
लोगों का अंदाजा है इस बैंक में हजारों लोगों के 25 करोड़ से भी अधिक की राशि जमा
थी. सूचना यह भी है कि कई लोगों के दस लाख से अधिक की राशि भी यहाँ जमा थी.
      मिहनत
की अपनी गाढ़ी कमाई गँवा चुके उदाकिशुनगंज जेल चौक और डीएसपी आवास के बगल के गाँव
दोढरबाड़ी की बबीता देवी ने बताया कि उसने अपनी बेटी की शादी ले लिए एक लाख रूपये
उक्त बैंक में जमा किये थे और ये सोचा था कि एक साल में जब जमा की गई राशि ज्यादा
हो जायेगी तो शादी में सहूलियत होगी. पर अब बैंक के भाग जाने की खबर सुनने के बाद
वह सदमे में है. इसी गाँव के सुनील सहनी, सुरेश सहनी, लालेंद्र सहनी और मधुबन गाँव
के रामशरण प्रसाद सिंह जैसे तीनों प्रखंड के हजारों लोग इस ठगी के शिकार हुए हैं.
उन्हें अब ये समझ में नहीं आ रहा है कि उनके पैसे कैसे वापस होंगे.
      पूछे
जाने पर उदाकिशुनगंज के एसडीओ दीपक कुमार साहू ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि
पन्द्रह साल से चल रहे इस गोरखधंधे की जानकारी स्थानीय प्रशासन को न होना अजूबा सा
लगता है. अगर पीड़ित इसकी लिखित शिकायत करते हैं तो जांच कर दोषी के विरूद्ध सख्त
कार्यवाही की जायेगी.
      स्थानीय
लोगों ने बताया कि उक्त बैंक संचालक अजय कुमार मंडल की जमीन-जायदाद और घर नौगछिया
(भागलपुर) के तीनटंगा गाँव में भी है. अब देखना है कि हजारों लोगों को करोड़ों की
ठगी का शिकार बना चुके ये अपराधी कब क़ानून के शिकंजे में आ पाते हैं.
फर्जी बैंक संचालक तीन प्रखंड के लोगों के 20-25 करोड़ रूपये लेकर हुए फरार
 Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
        on 
        
September 08, 2014
 
        Rating:
 
        Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
        on 
        
September 08, 2014
 
        Rating: 
       Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
        on 
        
September 08, 2014
 
        Rating:
 
        Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
        on 
        
September 08, 2014
 
        Rating: 
 
 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
.jpeg) 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
No comments: