मधेपुरा जेल में बंद कैदी कभी भी कर सकते हैं
विद्रोह. जैसे-जैसे सूर्य का पारा ऊँचाई पर चढ़ रहा है, जेल में बंद कुख्यात समेत
निर्दोष कैदियों के भी गुस्से का पारा सातवें आसमान पर है.
आज
मधेपुरा कोर्ट पेशी के लिए आये हाजत के कैदियों ने गर्मी और पानी नहीं मिलने से
परेशान होकर खूब हल्ला किया. गर्मी की वजह से दो कैदियों के हाजत में बेहोश होने
के बाद कैदी उग्र हो गए. उन्होंने अपनी शिकायत लिखित रूप में मधेपुरा के मुख्य
न्यायिक दंडाधिकारी को भेजा. आवेदन मिलने पर सीजेएम ने हाजत जाकर वहाँ की स्थिति
का जायजा भी लिया.
कैदियों
ने मधेपुरा टाइम्स को बताया कि यहाँ हाजत रूम में एक भी पंखा नहीं लगा हुआ है और न
ही बिजली की ही कोई व्यवस्था है. हाजत में 30-40 कैदी के रहने की व्यवस्था है जबकि
रोज करीब सवा सौ कैदियों को लाकर ठूंस दिया जाता है. चापाकल पास में नहीं होने के
कारण कैदी प्यास से तड़पते रहते हैं. यदि हाजत प्रभारी बाल्टी में पानी मंगवाकर
वहाँ रख भी देते हैं तो पानी थोड़ी देर के बाद गर्म हो जाता है जो पीने के लायक
नहीं रह जाता है.
कैदियों
ने मंडल कारा में भी व्याप्त कुव्यवस्था पर भी आक्रोश व्यक्त किया और कहा कि यदि
हालात में जल्द सुधार नहीं होते हैं तो वे जेल में भूख हड़ताल करेंगे.
गर्मी और कुव्यवस्था से तंग कैदियों के विद्रोही तेवर, नहीं सुधरे हालात तो करेंगे भूख हड़ताल
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
June 17, 2014
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