|मुरारी कुमार सिंह|31 मई 2014|
वर्ष 2014 की इंटरमीडिएट साइंस का रिजल्ट जहाँ पूरे
बिहार में अपेक्षाकृत खराब रहा है वहीं मधेपुरा में लगभग 85% छात्रों के फेल होने
की घटना ने मधेपुरा में शिक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है.
हालांकि
मधेपुरा के परीक्षा परिणाम के खराब होने की आशंका उसी समय जाहिर की जाने लगी थी जब
मधेपुरा के जिलाधिकारी गोपाल मीणा ने मधेपुरा में कदाचारमुक्त परीक्षा के सपने को
साकार कर दिया था. शिक्षा माफियाओं को इस बार इन्टरमीडिएट की परीक्षा में घुटने
टेकने को विवश होना पड़ा था और मधेपुरा ने अपने उदय के बाद पहली बार ऐसी परीक्षा
देखी थी. चर्चा यह भी थी कि शिक्षा माफियाओं को उनकी औकात तब पता चली जब कॉपियों
के जांचकेन्द्र पर भी इन्हें सबक सिखाने की व्यवस्था थी.
पर इस बार
पूरे बिहार के छात्रों के रिजल्ट खराब होने के पीछे इंटर काउन्सिल पर गलत ढंग से
कॉपी जांच कराने के भी आरोप लग रहे हैं. मधेपुरा के छात्रों ने आज इंटर काउन्सिल
के विरोध में जिला मुख्यालय के टीपी कॉलेज के सामने सड़क जाम कर दिया. छात्रों ने
टायर जलाकर नारेबाजी भी की.
बाद में
मधेपुरा के सदर एसडीओ बिमल कुमार सिंह, एसडीपीओ कैलाश प्रसाद और मधेपुरा
थानाध्यक्ष नवीन कुमार सिंह पुलिस बल के साथ जाम स्थल पर पहुंचे और छात्रों को
समझा बुझा कर जाम हटवाया. अधिकारियों ने छात्रों के उतरपुस्तिका के पुनर्मूल्यांकन
की मांग को वरीय अधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया.
इंटर में खराब रिजल्ट होने से भडके छात्र, किया सड़क जाम और जलाया टायर
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
May 31, 2014
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results ne Madhepura mein education system ki pol khol di hai..Aur sabko DM ke iske liye thanks bolna chahiye.. students ke results ko teacher ke promotion aur salary se joda jana chahiye
ReplyDeleteresults ne Madhepura mein education system ki pol khol di hai..Aur sabko DM ke iske liye thanks bolna chahiye.. students ke results ko teacher ke promotion aur salary se joda jana chahiye
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