और जब ‘मुर्दा’ पहुंचा बूथ पर वोट डालने: मधेपुरा चुनाव डायरी (78)

|अख्तर वसीम|30 अप्रैल 2014|
बूथ पर लूले, लंगड़े और अन्धों को तो आपने वोट डालते देखा होगा, पर आपने किसी मुर्दे को वोट डालने पहुँचते हुए शायद ही देखा होगा.
      मधेपुरा जिला के पुरैनी के पंचायत भवन बूथ संख्यां 90 पर एक ऐसा व्यक्ति वोट डालने पहुंचा जिसका नाम मृत जानकर वोटर लिस्ट फायनल करने वाले अधिकारियों ने हटा दिया था. पर 70 वर्षीय मो० दुखन नदाफ जिन्दा निकला. मतदाता पहचान पत्र के साथ दुखन जब बूथ पर वोट डालने पहुंचा तो वहां मौजूद कर्मियों ने उसे वोट डालने से रोक दिया. बताया गया कि दुखन नदाफ का नाम मतदाता सूची में नहीं है. लोगों ने उसे बताया कि उम्र को देखते मतदाता सूची फायनल करते समय किसी ग्रामीण ने ही ईर्ष्यावश नदाफ का नाम साफ़ करवा दिया.
      मतदान न कर पाने का मो० नदाफ को भारी अफ़सोस है. होना भी चाहिए, लोकतंत्र के महापर्व से वंचित होने का अफ़सोस भला किसे नहीं होगा.
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