मेले में थियेटर नहीं है तो क्या हुआ? अजूबा गदहा प्यारेलाल है न !

|कुमार शंकर सुमन|24 फरवरी 2014|
महाशिवरात्रि के साथ ही बिहार का प्रसिद्ध सिंहेश्वर मेले को शुरू होने में अब महज तीन दिन शेष हैं. मेले को लेकर लोगों में तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं हैं. इस बार जिला प्रशासन द्वारा मेले में थियेटर को अनुमति नहीं मिलने के कारण थियेटर प्रेमियों का एक बड़ा वर्ग खासा नाराज है और प्रशासन को कोस रहा है. इनमें से कई लोगों की प्रतिक्रिया कुछ ज्यादा ही तीखी है. कहते हैं, प्रशासन ने अपनी कमी छुपाने के लिए सिंहेश्वर मेला में दशकों से चले आ रहे थिएटर को बंद करा दिया.
      पर, मनोरंजन प्रेमियों के लिए एक खुशखबरी है. और वह है इस बार के मेले में अजूबा गदहा प्यारेलाल, जो न सिर्फ आपका मनोरंजन ही करेगा, बल्कि आपकी किस्मत का लेखाजोखा भी महज दस रूपये में आपके सामने रख देगा. सिंहेश्वर के मेले में अजूबा गदहा अपनी दर्जन भर सहयोगी के साथ बाबा भोले की नगरी पधार चुका है. मधेपुरा टाइम्स ने आज जब मेले की तैयारी का जायजा लिया तो उस समय अजूबा गदहा सिंहेश्वर की पावन धरती पर घास चर रहा था और दूसरी ओर उसके सहयोगी मंच तैयार कर रहे थे, जिसपर प्यारेलाल अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे.
      अजूबा गदहा प्यारेलाल की टीम का दावा है कि उनका गदहा विश्व प्रसिद्ध ऑक्टोपस पॉल बाबा की टक्कर का है.
      अब देखना बाक़ी है कि यह अजूबा गदहा प्यारेलाल किस तरह मेले की भीड़ को खींच पाने में सफल होता है और ये कितने लोगों की भविष्य सही-सही लोगों के सामने रख पाता है ?
      अजूबा गदहा प्यारेलाल से सम्बंधित वीडियो देखें. यहाँ क्लिक करें.
मेले में थियेटर नहीं है तो क्या हुआ? अजूबा गदहा प्यारेलाल है न ! मेले में थियेटर नहीं है तो क्या हुआ? अजूबा गदहा प्यारेलाल है न ! Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on February 24, 2014 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.