अवकाश ग्रहण करने पर राष्ट्रनिर्माताओं को दी गयी भावभीनी विदाई

 |मधेपुरा टाइम्स रिपोर्टर, पतरघट सहरसा|
सहरसा जिले के पतरघट प्रखंड के तारा मध्य विद्यालय पस्तपार के दो शिक्षक मो मुस्तकीम एवं सदानंद यादव को अवकाश ग्रहण करने पर भावभीनी विदाई दी गयी. व्ययन एवं निकासी पदाधिकारी विरेन्द्र सिंह की अध्यक्षता एवं नरेन्द्र ठाकुर के संचालन में चले विदाई समारोह में लोगों ने उनके कार्यों की प्रशंसा की. मुख्य वक्ता सहरसा जिला परिषद सदस्य इन्द्र भूषण सिंह इन्दू ने कहा कि मुस्तकीम बाबू एवं सदानंद बाबू की समयबद्धता इमानदारी एवं कर्तव्य पालन लोगों के लिए अनुकरणीय है. विद्यालय शिक्षा समिति के पूर्व अध्यक्ष सह वरिष्ठ पत्रकार संजय कुमार परमार ने कहा कि उनके अध्यक्ष काल में दोनों शिक्षकों का भरपूर सहयोग मिला. जिस कारण स्कूल में शैक्षणिक माहौल व्यवस्थित हो पाया था. उन्होंने कहा कि मधेपुरा जिले के सुखासन निवासी मुस्तकीम बाबू लगातार पन्द्रह वर्ष एवं खाडी परमानंदपुर निवासी सदानंद बाबू पच्चीस वर्षों तक पस्तपार की सेवा की. इन दोनों के द्वारा जलाये गये शिक्षा की ज्योति को बनाये रखना समाज के लिए आवश्यक है. श्री परमार ने कहा कि अवकाश के बाद दोनों शिक्षकों का दायित्व अपने अपने समाज गांव कके लिए ज्यादा बढ गया है. उन्होंने दोनों से अपने गांवों के गरीब व मेधावी बच्चों को मार्गदर्शन करते रहने की अपील की. श्री परमार ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की. दोनों शिक्षकों ने अपनी सेवा के दौरान ग्रामीणों से मिले सहयोग और प्यार की चर्चा करते कहा कि यहां के यादों को कभी भूल नहीं पाउंगा. समारोह को मनोज कुमार मुन्ना, सुनील यादव, संजय कुमार, ललित कुमार, अमरेंद्र सिंह, हरेराम यादव, ओम कुमार, उमेश पासवान, वंदना इस्मानुएल, ज्योत्सना ज्योति, मीणा कुमारी, चंद्रिका देवी, रंजना कुमारी, दिलीप कुमार व अन्य ने भी संबोधित किया.
इससे पूर्व छात्रों एवं स्कूल के शिक्षकों ने उन्हें उपहार देकर सम्मानित किया. बच्चों ने मार्मिक विदाई गीत गाकर अपने प्रिय शिक्षक को विदाई दी.
[Web Title: Farewell Programme for Teachers at Pastpar, Saharsa]
[Key Words: Nation builders, Farewell of Teachers, Madhepura Times News]
अवकाश ग्रहण करने पर राष्ट्रनिर्माताओं को दी गयी भावभीनी विदाई अवकाश ग्रहण करने पर राष्ट्रनिर्माताओं को दी गयी भावभीनी विदाई Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on November 01, 2013 Rating: 5

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