|मुरारी कुमार सिंह|10 नवंबर 2013|
भगवान भरोसे चलने वाले भारतवर्ष में कब कौन सी घटना
आस्था का रूप अख्तियार कर ले, कोई नहीं जानता. खासकर किसी वृक्ष या फल में कोई
विशेष आकृति नजर आ जाए तो बहुत से अज्ञानी लोग उसे देवी-देवता से जोड़कर उसकी पूजा
भी शुरू कर देते हैं.
आज जिला
मुख्यालय के विद्यापुरी मोहल्ला, वार्ड नं. 18 में एक नारियल फूटने के बाद निकली
अजीबोगरीब आकृति के फल के बीज को देखने लोगों की बड़ी भीड़ जमा हो गई. नारियल मुरारी
सोनकर के घर में उसके बेटे गोपाल ने फोड़ा था. नारियल के फल की आकृत्ति को कोई साधू
बता रहा था तो कईयों को वह साक्षात हनुमान का रूप दिख रहा था. कई अतिश्रद्धालु
किस्म के लोग उस नारियल को प्रणाम भी कर रहे थे. तमाशा किसी के लिए आस्था का रूप
था तो किसी के लिए महज अंधविश्वास का मनोरंजन. पब्लिक डिमांड पर घर वाले नारियल को
अभी तक रखे हुए थे.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?: जानकार के मुताबिक नारियल
के फल में परिपक्वता आने पर एक गुठली बन जाती है जो बाद में इसके पानी और गुदे को
स्वयं हड़प लेती है. जानकार लोग इसकी गुठली बड़ी हो जाने पर न खाने की सलाह देते है
और यह भी कहा जाता है कि ये गुठली पीली हो जाने पर जहरीली भी हो जाती है. नारियल
की गुठली पर ज्यादा जानकारी के लिए यहाँ
क्लिक करें.
[News Title: Coconut Seed created confusion in Madhepura amongst superstitious]
[News Title: Coconut Seed created confusion in Madhepura amongst superstitious]
नारियल से निकला साधू ? लगी अंधविश्वासियों की भीड़
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
November 10, 2013
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