जिले में चल रहे फोकानिया (दसवीं) की परीक्षा में
जमकर कदाचार की गंगा बह रही है. कमरे से जहाँ नक़ल की सामग्री का अम्बार निकल रहा
है वहीँ अधिकारी जांच के नाम पर खानापूरी कर रहे हैं. जांच में जुड़े अधिकाँश
अधिकारी को उर्दू की जानकारी नहीं है जिससे पकड़ाए पुर्जे पर क्या लिखा है इस विषय
पर फोकानिया के परीक्षार्थी जांच कर रहे अधिकारियों को कुछ भी कह कर टरकाने की
कोशिश करते हैं. हालांकि अधिकारी फिर भी पारीक्षर्थियों की डांटते-फटकारते नजर आ रहे
हैं.
मधेपुरा
के एक परीक्षा केन्द्र पर तो चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि जहाँ कई परीक्षार्थी
25 वर्ष से लेकर 50 वर्ष तक की आयु के दीखते हैं. इसकी वजह एक अधेड़ परीक्षार्थी ने
बताया कि मौजूदा सरकार में डिग्री हासिल करने पर कांट्रेक्ट की नौकरी की गुंजाइश बढ़
गई है इसलिए हमलोग भी उम्र घटा कर परीक्षा दे रहे हैं. वहीं अजीबोगरीब वाकया तो ये
देखने को मिला कि एक वीक्षक की आयु महज तीन साल की थी. मधेपुरा टाइम्स ने जब इस
बच्चे के वीक्षक होने पर सवाल उठाया तो बच्चे की माँ ने कहा कि ये रो रहा था इसलिए
अपना पास इसकी शर्ट पर चिपका दिया.
50 का परीक्षार्थी और 3 साल का वीक्षक: हाल-ए-फोकानिया
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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April 08, 2013
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