एक तरफ जहाँ बिहार दिवस की गौरवमयी 101 वीं वर्षगाँठ पर दिन में महिला सशक्तिकरण पर जिला मुख्यालय में व्याख्यान दिए जा रहे थे और रात में सिंघेश्वर में मधेपुरा प्रशासन सांस्कृतिक कार्यक्रम करवा रही थी वहीँ ठीक इसी रात सिंघेश्वर में ही एक महिला की जिंदगी का अंतिम अध्याय लिखा जा रहा था.
सिघेश्वर में मिली महिला की लाश की पहचान अब तक नहीं
हो पाने से पुलिस की उलझनें बढ़ गई है. मधेपुरा पुलिस को पहले शक हुआ कि महिला
मधेपुरा जिला के सिंघेश्वर प्रखंड के सुखासन गाँव की रहने वाली है जिसके पति ने चार-पांच
दिन पहले सिंघेश्वर थाना आकर अपनी पत्नी के पिछले दो दिनों से घर से गायब होने की
बात बताई थी. पर उस समय सिंघेश्वर पुलिस ने गायब महिला के पति को पत्नी के मायके
वालों के साथ आने को कहा था ताकि उसके गायब होने के पीछे का और सच सामने आ सके. सिंघेश्वर
के थानाध्यक्ष पंकज सिंह के अनुसार आज पत्नी के गायब होने की रिपोर्ट कराने आये उस
व्यक्ति ने इस मृत महिला को शुरू में तो अपनी पत्नी बताया पर बाद में कहा कि उसकी
पत्नी के हाथ पर गोदना था और इस मृत महिला के हाथ पर गोदना के निशान नहीं है जिसके
बाद अब शक के आधार पर संभावित महिला के मायके वालों को भी बुलाया जा रहा है. पुलिस
पिछले दिनों गम्हरिया से गायब हुई एक महिला के परिजनों को भी पहचान के लिए बुला
रही है ताकि जल्द-से-जल्द इस लाश की पहचान हो सके.

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थानाध्यक्ष पंकज सिंह |
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद कुछ और
तथ्यों का भी खुलासा हो सकता है. जहाँ पुलिस लाश के पीछे की कहानी खंगालने में
जुटी हुई है वहीँ कुछ लोगों का मानना है कि ये प्रेम-प्रसंग से जुड़ा हुआ मामला हो
सकता है जबकि कुछ लोग इस बात की भी आशंका जाहिर कर रहे हैं कि ये बलात्कार के बाद
की हत्या हो सकती है.
पर लाश
को एक नजर देखने के बाद कई स्थानीय लोग इसे हत्या का मामला ही मान कर चल रहे हैं. साथ
ही सिंघेश्वर में महाशिवरात्रि मेले में तैनात पुलिस की लापरवाही पर भी सवाल उठाये
जा रहे हैं.
अब
देखना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने और पुलिस की बाक़ी तफ्शीश के बाद कौन सा सच
सामने आता है.
बिहार दिवस पर हुई महिला की मौत में उलझी पुलिस
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 23, 2013
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