फेसबुक पर फेक प्रोफाइल्स के पीछे सेक्स और अपराध ? (भाग-1)

|राकेश सिंह|16 फरवरी 2013|
फेसबुक से जुड़े आंकड़े चौंकाने वाले हैं. यहाँ कुल एकाउंट्स की संख्यां करीब सवा अरब के करीब है यानि यदि दुनियां की कुल आबादी अभी सवा सात अरब के आसपास है तो कहने का मतलब कि दुनिया की आधी से ज्यादा आबादी फेसबुक पर?
      आइये पहले अन्य आंकड़ों पर एक नजर डालते हैं फिर गौर करेंगे इस आश्चर्यजनक सवा अरब के आकड़े पर.
      फेसबुक के करीब 70 प्रतिशत यूजर्स मोबाइल यूजर्स हैं. इसपर पेजों को लाइक करने वालों की संख्यां 1200 अरब है. करीब 150 अरब मित्र-मंडली हैं, अब तक 25 खरब से ज्यादा इसपर फोटो अपलोड किये गए हैं और इसके सबसे ज्यादा यूजर्स औसतन 22 साल के हैं.
      इन आंकड़ों की तह में यदि आप जाएँ तो कह सकते हैं कि जहाँ अभी भी कई देशों में भुखमरी की स्थिति है वहाँ आधी आबादी फेसबुक पर ? हम जोड़ते हैं इसे यूजर्स के एज-ग्रुप की मानसिकता और फेक एकाउंट्स (फर्जी खाते) की संख्यां से. बेहद चौंकाने वाले आंकड़े ये भी हैं कि फेसबुक पर करीब 10 करोड़ खाते यानी करीब 9% खाते फर्जी हैं. क्यों बनाया जाता है ये फर्जी खाता और कौन से लोग हैं इनमें शामिल ?
      अगर इन फेक एकाउंट्स की भी तह में घुसते हैं तो फेसबुक पर सेक्स और अपराध की एक बड़ी दुनियां और इससे जुड़े कई बड़े रैकेट्स नजर आयेंगे.
चौंक गए न ? हम बताएँगे आपको इस पर विस्तार से और ये भी बताएँगे कि इन फेक एकाउंट्स को पहचानना कितना आसान है. (क्रमशJ

[लेखक डिप्लोमा इन सायबर लॉ हैं और इन्हें एशियन स्कूल ऑफ सायबर लॉ, पुणे के द्वारा अगस्त 2009 के लिए स्टुडेंट ऑफ द मंथ चुना गया है. इंटरनेट और भारतीय समाज पर लेखक का ब्लॉग है: internetnsociety.blogspot.com]
फेसबुक पर फेक प्रोफाइल्स के पीछे सेक्स और अपराध ? (भाग-1) फेसबुक पर फेक प्रोफाइल्स के पीछे सेक्स और अपराध ? (भाग-1) Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on February 16, 2013 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.