(28 जनवरी 2013)
गणतंत्र दिवस की संध्या को जिला प्रशासन के सौजन्य
से बी. एन. मंडल स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम इस बार पूरी तरह ‘फ्लॉप शो’ रहा. कार्यक्रम शुरू होते ही
अधिकांश दर्शकों की हुल्लड़बाजी को देखकर ऐसा ही लग रहा था कि ये इस कार्यक्रम का
शान्ति से आनन्द उठाने नहीं बल्कि बेहूदे किलकारियों से ‘मजा’ लेने पहुंचे हैं.
प्रशासन
की ओर से यहाँ की गई व्यवस्था नाकाफी थी. हजारों दर्शकों को आमंत्रित तो कर लिया
गया था, पर बैठने की व्यवस्था महज सौ लोगों के आसपास के लिए ही थी. बहुत से दर्शक
पंडाल के बाहर कुहासे में बैठने और बाद में खड़े होने को लाचार थे. राष्ट्रभक्ति और
अन्य गीतों के रिकॉर्डिंग डांस पर भी दर्शक इस कदर चिल्ला रहे थे मानो वे सी ग्रेड के भोजपुरी
गाने पर नृत्य देख रहे हों. अपनी घटिया हरकत दिखाते हुए कुछ दर्शकों ने कई बार
कुर्सियां भी उछाली. जिला प्रशासन के लोगों ने भरसक उन्हें रोकने के प्रयास किये
हों, पर कई मौके पर प्रशासन बेबस ही दिखा. एक बार तो ऐसा लगा कि कार्यक्रम को बीच
में ही समाप्त कर देना पड़ेगा, पर फिर किसी तरह इसे संभाला गया. उधर ग्रीन रूम जहाँ
कलाकार सज रहे थे, में भी मनचलों की प्रविष्टि बेरोकटोक जारी थी. यहाँ प्रशासन ने
पुलिस की कोई व्यवस्था नहीं की थी.
आयोजक
मंडली के मानसिक दिवालिएपन का सबूत भी कार्यक्रम में चयनित कुछ गानों को सुनने के बाद दिखा. एक गाना ‘राधा तेरी चुनरी, ओ राधा तेरा
छल्ला’ में राधा के बारे में
अश्लील बातें कही गई है. मीडिया में छपी खबर के अनुसार इस गाने के सम्बन्ध में
बिहार के मुजफ्फरपुर की एक
अदालत मे ‘स्टुडेंट ऑफ ईयर’ फिल्म में देवी राधा को अश्लीलता पूर्वक पेश किए जाने
पर शाहरुख खान उनकी पत्नी गौरी खान, निर्देशक करण जौहर और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराए जाने का निर्देश दिया गया है. अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा द्वारा यह
परिवाद दायर किया गया था भादवि की धारा 294, 295 और 295 ए के तहत दायर परिवाद पत्र में ओझा ने राधा-कृष्ण अश्लील गाने को अश्लीलता
पूर्वक फिल्माए जाने का आरोप लगाया है. पूरा गाना मूल रूप में इस तरह है:
राधा लाइक टू पार्टी
राधा लाइक टू मूव
एन्ड सेक्सी राधा पार्टी
माथे पे पंख मोर
कहते हैं माखन चोर
बजाये बांसुरी
बड़ा आया चित चोर
राधा लाइक टू मूव
एन्ड सेक्सी राधा पार्टी
माथे पे पंख मोर
कहते हैं माखन चोर
बजाये बांसुरी
बड़ा आया चित चोर
बट राधा वांट्स मोर
मिलेगा कोई और
दूँगी मैं हाथों में
मेरे दिल की ये डोर
कोज़ राधा वांट्स मोर
ओ राधा राधा भोली दीवानी है
राधा दो पल जवानी है
ओ राधा को संभालो
कोई इसे बता दो
कि मिलेगा ना कोई सांवरिया
ओ राधा तेरी चुनरी
ओ राधा तेरा छल्ला
ओ राधा तेरी नटखट नजरिया
ओ राधा तेरा झुमका
ओ राधा तेरा ठुमका
ओ पीछे पीछे सारी नगरिया ....
दूँगी मैं हाथों में
मेरे दिल की ये डोर
कोज़ राधा वांट्स मोर
ओ राधा राधा भोली दीवानी है
राधा दो पल जवानी है
ओ राधा को संभालो
कोई इसे बता दो
कि मिलेगा ना कोई सांवरिया
ओ राधा तेरी चुनरी
ओ राधा तेरा छल्ला
ओ राधा तेरी नटखट नजरिया
ओ राधा तेरा झुमका
ओ राधा तेरा ठुमका
ओ पीछे पीछे सारी नगरिया ....
दरअसल
जिले में सही शिक्षा के अभाव के कारण अब भी छात्रों के एक बड़े वर्ग जो ऐसी खुली
एंट्री वाले कार्यक्रम के दर्शक होते हैं के मन में ‘गंदगी’ जैसी कोई चीज भरी होती है.
स्कूली लड़कियों के नृत्य पर उनके अजीब तरह से चिल्लाने में कलाकारों को
प्रोत्साहित करने जैसी कोई भावना शायद ही ढूंढी जा सकती हो. कई स्कूलों के संचालकों
और बच्चों के अभिभावकों ने बाद में बताया कि आगे से वे ऐसे कार्यक्रमों में अपने
बच्चों को शामिल नहीं होने देंगे. ‘कन्फ्यूज्ड’ आयोजक मंडली भले ही अपनी पीठ थपथपा ले पर कुल मिलकर
गणतंत्र दिवस पर आयोजित यह कार्यक्रम ‘सुपरफ्लॉप’ जैसा ही था और हम कहें तो मधेपुरा में संस्कृति को बनाया
जा रहा है मजाक या फिर दूसरे शब्दों में यही है मधेपुरा की संस्कृति.(कार्यक्रम का एक दृश्य देखने के लिए यहाँ क्लिक करें)
(राकेश सिंह की रिपोर्ट)
घटिया दर्शक+बेबस प्रशासन = फ्लॉप शो
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
January 28, 2013
Rating:

sabhi kalakaro ne achha kaam kiya par republic day par unhe aise gane nahi lene chahiye me v waha tha public ke na bethne ke karan itna ho hangama hua adhikariyo ke bethne ke lea sofe lage the par aam aadmi ke lea bench v nahi serf 100 kursiyo me madhepura ki janta nahi semt ti ye persasan ki galti he
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