रूद्र ना० यादव/18 मई 2012
अधिकाँश प्रत्याशी जहाँ परिणाम के लिए कल की उम्मीद पर जी रहे हैं, वहीं एकाध ने उम्मीद का दामन अभी से छोडना शुरू कर दिया है.वार्ड नं.23 के एक प्रत्याशी प्रदीप कुमार (कैंची छाप) को आज ही ये एहसास हो गया कि उनकी कैंची में अब धार नहीं बची.प्रदीप कुमार ने अपनी हार स्वीकारते हुए वार्ड की जनता को धन्यवाद भी दिया है (हराने के लिए???).उन्होंने कहा कि जो भी जीतेगा मैं उसी के साथ मिलकर वार्ड कि सेवा करूँगा.आगे कहा कि लालू और शरद भी चुनाव हारे हैं, ऐसे में यदि वे हार गए तो कौन सा आश्चर्य है.पर इस चुनाव से खासे उत्साहित भी हैं.आखिर जनसेवा की भावना जो उनके मन में जाग उठी है.
हार स्वीकार की,कहा लालू-शरद भी हारे,मैं किस खेत की मूली हूँ?
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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May 18, 2012
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प्रदीप जी आप अपना तुलना लालू और शरद जेसे राजनेताऔ से नहीँ कर सकते!
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