रेल के मुद्दे पर मधेपुरा के लोगों का गुस्सा उबाल खाने लगा है.मधेपुरा में मजाक बन कर रह गयी रेल सेवा को दुरुस्त करने लिए लगता है अब यहाँ के लोगों ने कमर कस ली है.आज रेल मामले में मधेपुरा को उपेक्षित करने पर जम कर हंगामा हुआ.पहली बार आज हजारों लोगों ने पार्टियों से ऊपर उठकर एक साथ केन्द्र सरकार और स्थानीय संसद शरद यादव के विरोध में यहाँ रेलवे स्टेशन पर आंदोलन किया.आज सुबह आठ बजे से ही मधेपुरा रेलवे स्टेशन पर नवगठित रेल सेवा सुधार समिति के बैनर तले आम लोग और बुद्धिजीवियों का जमावड़ा शुरू हुआ.पहले तो लोगों ने जम कर केन्द्र सरकार और शरद यादव को कोसा, फिर बाद में जमा हुए
हजारों लोगों ने यहाँ से खुलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस के सामने हंगामा किया.सैंकडों लोग पटरी पर सो गए और कहा चढ़ा दो ट्रेन शरीर पर.लोगों के रोष के सामने प्रशासन बेबस नजर आई और ११ बजे खुलने वाली इंटरसिटी काफी मान-मनौव्वल के बाद करीब तीन बजे खुल पाई.
हजारों लोगों ने यहाँ से खुलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस के सामने हंगामा किया.सैंकडों लोग पटरी पर सो गए और कहा चढ़ा दो ट्रेन शरीर पर.लोगों के रोष के सामने प्रशासन बेबस नजर आई और ११ बजे खुलने वाली इंटरसिटी काफी मान-मनौव्वल के बाद करीब तीन बजे खुल पाई.
आंदोलनकारियों का कहना था कि बड़ी रेल लाइन का समूचा काम जल्द करवाया जाय और मधेपुरा से ट्रेन की संख्यां बढ़ाई जाय.उनका कहना था कि सभी ट्रेनें सहरसा आकर रूकी रहती है,इन्हें मधेपुरा से खोला जाय.रेल ईंजन कारखाना भी नहीं बनने के रोष को लोगों ने जम कर निकला.कहा ११०० एकड़ जमीन अधिकृत करने के बाद भी कारखाना शुरू नहीं हो पाना स्थानीय सांसद शरद यादव की निष्क्रियता और लापरवाही को दर्शाता है.लोगों ने यहाँ तक आरोप लगाया कि शरद यादव रेल मंत्री से मिले हुए हैं और यहाँ का विकास ये नहीं चाहते हैं.ये चाहते हैं कि मधेपुरा के लोग उम्मीद के सहारे जिन्दा रहें और उन्हें जिताते रहें.आंदोलनकारियों ने कहा कि अगर सांसद इस मामले को गंभीरता से नहीं लेते हैं तो उन्हें परिणाम भुगतने पड़ेंगे.
बाद में मधेपुरा रेल प्रशासन ने आंदोलनकारियों की बात डीआरएम से करवाई और जब उन्होंने जल्द इसपर विचार करने का समय माँगा तब जाकर लोग रेलवे पटरी से उठे.पर लोगों ने उन्हें चेताया कि यदि पन्द्रह दिनों के अंदर सुधार के बड़े फैसले नहीं लिए जाते हैं तो फिर से उनका अहिंसक आंदोलन शुरू होगा.
आंदोलनकारियों में प्रमुख रूप से रेल सेवा सुधार समिति के अध्यक्ष डा० अरूण कुमार मंडल, संयोजक शौकत अली, प्रमोद प्रभाकर,रमण कुमार यादव, डा० सचिदानंद यादव, डा० मिथिलेश कुमार, रामचंद्र मंडल, प्रो० अरूण कुमार, ध्यानी यादव, दयानंद यादव आदि थे जिन्हें मधेपुरा के हजारों लोगों का समर्थन था.
रेल के मुद्दे पर उबले मधेपुरा के लोग,किया शरद यादव का विरोध
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
March 17, 2012
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ab to nind se jago humre desh k mantri ji
ReplyDeleteJangal mein mor nacha kisne dekha...is tarah ka hungama MP, MLA parliament assembly mein karenge tabhi toh mamla highlight hoga..
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