सायकिल के लिए एक छात्रा का कई जगह नामांकन

 वि०सं०/१६ जनवरी २०१२
मुख्यमंत्री बालिका सायकिल योजना की शुरुआत क्या हुई,घोटाले के भी नए रास्ते शिक्षा माफियाओं ने ढूंढ निकाले.एक छात्रा का एडमिशन कई स्कूलों में किया गया और सभी जगहों से उन्हें सायकिल दिला दी गयी.सायकिल दिलाने में स्कूल का भी अपना कमीशन होता है.कमीशन के लोभ में जानबूझकर वे गलत काम को अंजाम देते रहे.हालांकि इसके पीछे अभिभावकों का लोभ भी निहित था.
  मधेपुरा जिले के बारह प्रखंडों में ४७,२१६ छात्रों का एडमिशन फर्जी पाया गया जो बताता है कि सरकार की योजनाओं को किस तरह लूटने का प्रयास किया गया.
    सायकिल मिली और लड़कियों के हौसले बुलंद हुए.पहले सायकिल के लिए एफिडेविट कराने छात्राओं के अभिभावक कचहरी आया करते थे.अब बहुत सारी लड़कियां खुद एफिडेविट के लिए कचहरी आती हैं.सायकिल लेने के लिए एफिडेविट कराने अधिकाँश लड़कियां सायकिल से ही पहुंचती है.यानी पहले से भी सायकिल है,और भी चाहिए. दोष इसमें लड़कियों का शायद ही है,स्कूल के अध्यापक और अभिभावक इन्हें प्रेरित करते हैं.अब जब ये जांच का विषय बन चुका है तो शायद इस तरह की प्रैक्टिस में कमी आ सके.
सायकिल के लिए एक छात्रा का कई जगह नामांकन सायकिल के लिए एक छात्रा का कई जगह नामांकन Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on January 16, 2012 Rating: 5

1 comment:

  1. ye sarkar ki logon ke liye kalyan yojna hai, ya matdata ko seedhe-2 ghoosh dene ka tarika hai... rajneta jante hain ki rojgar paida karna ya logo ki amdani badhana itne asan nahi hai toh kalyan yojna ke nam pe sidhe arthik labh pahunchaya jai....Tv pe vigyapan aate ye yojna SC ke liye hai, ya minority(muslim) ke liye hai..kyun garibon ke liye yojna ko alag-2 nam diye jate hai..

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