रूद्र ना० यादव|३१ दिसंबर २०११
कहा जाता है कि भगवान का वास हर जगह है.हमारे देश में सबसे बढ़कर आस्था है,जहाँ भक्तों की आस्था होती है,वहीं लोग पूजा शुरू कर देते हैं.जिले में भी ईश्वर की आस्था के कई रंग देखने को मिल सकते हैं.पर ये रंग अपने आप में काफी अजूबा है.मधेपुरा जिले के किशुनगंज-आलमनगर १०६ के किनारे स्थित ये बरगद का पेड़ दिखने में तो सामान्य सा ही लगता है,पर यहाँ लोगों की आस्था है कि इस पेड पर गुदरी बाबा नामक एक देवता निवास करते हैं.श्रद्धालुओं का ये मानना है कि यहाँ लोग जो भी मनोकामना लेकर आते हैं,पूरा हो जाता है.गुदरी बाबा संतान से लेकर हर तरह की मनोकामना पूरी करते हैं. पर सावधान! पूरा होने के बाद यदि किसी ने इस पेड़ पर गुदरी यानी फटे-पुराने कपड़े नहीं चढ़ाया तो उसके साथ जो बड़ी अनहोनी होगी तो फिर बचने के कोई उपाय भी नहीं है.बाबा पर सिर्फ गुदरी ही चढ़ाया जाता है,फल-फूल या दूध नहीं. इस बरगद के पेड़ पर आपको चारों तरफ गुदरी-ही-गुदरी लटके हुए मिलेंगे. सदियों से हो रहे इस गुदरी बाबा की पूजा पर स्थानीय सीता देवी पूरे विश्वास के साथ कहती है कि ऐसे कई प्रमाण हैं जो यह साबित करता है कि मनोकामना पूर्ण होने पर इस पेड़ पर गुदरी नहीं चढाने से अनिष्ट हो ही जाता है.
आस्था का नया रंग:मनोकामना पूर्ण करने वाले गुदरी बाबा
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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December 31, 2011
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