जिले में दशहरे की धूम है.मेला लगा हुआ है और मेले की भीड़ बेकाबू दिख रही है.श्रद्धालु औरतों और महिलाओं की भीड़ देखते ही बनती है.सभ्य पुरुषों का वर्ग भी मेले में उत्साहित है.अगर इस बार के मेले को लेकर कहीं निराशा है तो वह है मनचलों के चेहरे पर.इस बार पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था के सामने मनचलों की एक नहीं चल रही है.मधेपुरा शहर के चप्पे-चप्पे पर तैनात पुलिस ने इस बार सबको नियम से मेले में घूमना सिखा दिया है.शहर के चार बड़े जगहों जहाँ मूर्तियां स्थापित हैं,वहां पुलिस की स्टेटिक फ़ोर्स लगी हुई है जिनमे दारोगा रैंक के भी पदाधिकारी मौजूद है.रायफल टाँगे पुलिस के जवान इस बार एक जगह बैठे नहीं हैं बल्कि पूरी भीड़ पर घूम घूमकर नजर डाले हुई है.कहीं किसी आशंका को देखकर वे वहां तुरंत ही पहुँच जाते हैं.जहाँ-जहाँ मनचलों ने सक्रियता दिखाई पुलिस के डंडे ने उन्हें निष्क्रिय कर दिया.मधेपुरा थाना की मोबाइल पुलिस जीप भी जवानों से लदी हुई हरेक जगह घूमने में व्यस्त है.मेले में भारी भीड़ है और श्रद्धालुओं का उत्साह आज नवमी के दिन चरम पर दिखा,जबकि कुछ निराश मनचलों का कहना था कि इस बार मेले में कुछ नहीं है.
पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था ने मनचलों के मंसूबों पर पानी फेरा
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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October 05, 2011
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