खून देकर निकले युवक |
सुरक्षित हैं सभी ग्रुप के ब्लड |
राकेश सिंह/०९ अक्टूबर २०११
युवा उत्सव पर डीएम साहब को भले ही मधेपुरा में युवाओं की कमी मिले पर हकीकत है कि खून देने तक के मामले में मधेपुरा के युवक काफी आगे हैं.आलम ये है कि सदर अस्पताल मधेपुरा के ब्लड बैंक में ब्लड का स्टॉक हमेशा भरा रहता है.मांग और पूर्ति को यदि देखें तो मधेपुरा में ब्लड की मांग ही कम है और पूर्ति अधिक.जिसका परिणाम ये होता है कि यहाँ पड़े-पड़े कई यूनिट ब्लड बर्बाद हो जाते हैं और उसे ‘डंप’ करना पड़ता है.मधेपुरा के इस एकमात्र ब्लड बैंक में सभी ग्रुप के ब्लड हमेशा उपलब्ध रहते हैं.सदर अस्पताल मधेपुरा के उपाधीक्षक तथा ब्लड बैंक के प्रभारी डा० जी० पी० तम्बाखूवाला बताते हैं कि मधेपुरा के युवक रक्तदान के मामले में काफी तत्पर रहते हैं,और इनकी तत्परता की वजह से हमारा ब्लड बैंक हमेशा भरा रहता है.चूंकि ब्लड लेने के दिन से इसे मात्र ३५ दिन ही यहाँ सुरक्षित रखा जा सकता है,इसलिए २५ दिन के बाद ही हम इसे जयप्रभा अस्पताल,पटना भेज देते हैं,जहाँ इसके सारे कॉम्पोनेंट्स को अलग-अलग कर इसे सुरक्षित कर लिया जाता है.
मधेपुरा में मांग न होने का एक कारण अधिकाँश प्राइवेट नर्सिंग होम से ब्लड की मांग न होना भी है.ये दूसरे डोनर्स से ब्लड की व्यवस्था कर लेते हैं जो गैर कानूनी तथा रोगियों के लिए खतरनाक भी है.जिला प्रशासन को इनके विरूद्ध सख्त कदम उठाने की जरूरत है.
खून देने में आगे हैं मधेपुरा के युवक
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
October 09, 2011
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