बाढ़ से बर्बाद हुए कॉलेज के नाम में ही जोड़ा “बाढ़ पीड़ित”

रूद्र ना० यादव/०६ सितम्बर २०११
वर्ष १९९२ में स्थापित मधेपुरा जिले के इस मान्यताप्राप्त कॉलेज की कहानी इसका दर्द बयां करती है.मुरलीगंज प्रखंड के रामपुर में अवस्थित कमलेश्वरी यदुनंदन महाविद्यालय आज किसी उद्धारक की बाट जोहने के लिए विवश है.२००८ में जिले में आई बाढ़ ने इस कॉलेज की तस्वीर और तकदीर दोनों ही बदल दी.भीषण बाढ़ की चपेट में आकर इस कॉलेज के करीब दस कमरे टूट कर बिखर गए.बाढ़ का कहर खत्म हुआ और इस कॉलेज में जब पढाई को फिर से शुरू करने की बात आई तो सामने सैंकडों मुश्किलें थीं.करीब सौ शिक्षकों और हजारों छात्रों को भविष्य अंधकारमय लगने लगा था.फिर किसी तरह जुगाड़ कर दो नए कमरे का निर्माण हुआ.पढाई तो किसी तरह फिर से शुरू हुआ पर उस खौफनाक मंजर के सदमे से कॉलेज प्रशासन निकल नहीं पाया और फिर इस कॉलेज के नाम के सारे बोर्ड को ही बदल दिए गए और नाम रख दिया गया बाढ़ पीड़ित कमलेश्वरी यदुनंदन महाविद्यालय.यानी इसका ये नाम ये दर्शाने के लिए काफी है कि इस महाविद्यालय की ये हालत बाढ़ की वजह से ही हुई है.कॉलेज के पुनर्निर्माण के लिए सरकारी सहायता की उम्मीद तो इससे सम्बंधित लोग लगाये हुए हैं,पर समुचित राहत नहीं मिल पाने से बाढ़ पीड़ित कमलेश्वरी यदुनंदन महाविद्यालय अभी भी खस्ताहाल है.
बाढ़ से बर्बाद हुए कॉलेज के नाम में ही जोड़ा “बाढ़ पीड़ित” बाढ़ से बर्बाद हुए कॉलेज के नाम में ही जोड़ा “बाढ़ पीड़ित” Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on September 06, 2011 Rating: 5

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