१६ अगस्त से अन्ना के अनशन को दिल्ली पुलिस ने सशर्त अनुमति दी है.पर अनुमति ऐसी शर्तों के साथ जो निश्चय ही लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा है.शर्तों में सिर्फ तीन दिन जय प्रकाश नारायण स्मृति पार्क में अनशन की इजाजत,१८ अगस्त को पार्क खाली कर देने का आदेश,पार्क में ४००० से ५००० लोगों को ही जमा होने की इजाजत,५०-५० कारें और दुपहिया वाहन से अधिक नहीं आदि शामिल हैं. इस बीच अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री को इस सम्बन्ध में एक पत्र लिखा जिसमे उन्होंने कहा कि “आपकी उम्र 79 साल है. देश के सर्वोच्च पद पर आप आसीन हैं.
जिंदगी ने आपको सब कुछ दिया. अब आपको जिंदगी से और क्या चाहिए. हिम्मत कीजिए और कुछ ठोस कदम उठाइए. ”उन्होंने यह भी कहा कि आपकी सरकार आजादी के बाद सबसे भ्रष्ट सरकार है, ऐसा बहुत से लोग कहते है.पत्र में उन्होंने आगे ये भी कहा कि जब उन्हें कोई जगह नहीं दी जायेगी तो वे अपने समर्थकों के साथ गिरफ्तारी देंगे और जेल में ही अनशन करेंगे.
जिंदगी ने आपको सब कुछ दिया. अब आपको जिंदगी से और क्या चाहिए. हिम्मत कीजिए और कुछ ठोस कदम उठाइए. ”उन्होंने यह भी कहा कि आपकी सरकार आजादी के बाद सबसे भ्रष्ट सरकार है, ऐसा बहुत से लोग कहते है.पत्र में उन्होंने आगे ये भी कहा कि जब उन्हें कोई जगह नहीं दी जायेगी तो वे अपने समर्थकों के साथ गिरफ्तारी देंगे और जेल में ही अनशन करेंगे.

उधर अमेरिका सहित कई देशों में अन्ना के आंदोलन को समर्थन मिलने लगा है.अमेरिका ने कहा कि हम पूरी दुनियां में अहिंसक,शांतिपूर्ण अनशन का समर्थन करते हैं,और भारत को चाहिए कि ऐसे विरोध प्रदर्शन को शांतिपूर्ण तरीके से निपटे.अमेरिका की इस टिप्पणी पर भारत सरकार भड़क उठी और अमेरिका के इस बयान को गैरजरूरी कहा है.
अन्ना के समर्थन में पूरे देश की जनता एक जुट हो रही है और अब अन्ना और सरकार में टकराहट तय है.देखना यह भी है कि भ्रष्टाचार को समर्थन देने वाली कॉंग्रेस अन्ना के अनशन से निपट पाती है या फिर पूरे देश में आपातकाल जैसी स्थिति बन जायेगी जिसके लिए जिम्मेवार केन्द्र सरकार होगी.
(मधेपुरा टाइम्स ब्यूरो)
(क्या आप अन्ना के समर्थन में सड़क पर उतरने को तैयार हैं या फिर घर बैठे सिर्फ नैतिक समर्थन ही देते रहेंगे? मधेपुरा टाइम्स वेबसाईट पर पोल में हिस्सा लें और अपनी राय प्रकट करें.)
सरकार की शर्तें अन्ना को मंजूर नहीं:अनशन को अमेरिका का भी समर्थन
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
August 13, 2011
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