रूद्र नारायण यादव/२५ अक्तूबर २०१०
कहते हैं दोस्ती से बढ़कर कोई सम्बन्ध नही.पर यदि दोस्त ही दुश्मन बन जाए तो उससे बड़ी बदनसीबी कुछ नही हो सकती.शनिवार की रात मधेपुरा में जो कुछ हुआ उससे दोस्ती का रिश्ता फिर से दागदार हो गया है.जिला मुख्यालय स्थित कॉलेज चौक वार्ड नं०-४ के निवासी राजेन्द्र शर्मा के पुत्र ओम शर्मा की मौत का कारण उसके दोस्त ही बने.प्राप्त जानकारी के अनुसार ओम शर्मा को उसके तथाकथित मित्रों ने शनिवार की रात सहरसा जिले के पहाड़पुर पंचायत के
किसनपुर में लक्ष्मी पूजा के अवसर आयोजित ऑर्केस्ट्रा दिखाने ले गए.तब उसके मित्रों को छोड़कर किसी ने नही सोचा होगा कि ये ओम की जिंदगी की अंतिम रात होगी.कहा जाता है कि मोबाईल रिपयेरिंग का काम करने वाले ओम को उसके दोस्तों ने ही जहर खिलाकर मार डाला.ओम जिस बुलेट मोटरसायकिल से घर से निकला था वह लावारिस हालत में एनएच १०६ के रेशना-जिरवा पथ अंतर्गत एक पुल के पास मिला.जबकि ओम की लाश सदर अस्पताल मधेपुरा में मिली.अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार घटना की रात में एक जीप से ओम को तीन व्यक्ति लेकर आये थे.उस समय ओम के मुंह से झाग निकल रहा था.डाक्टरों ने जब उसे मृत घोषित किया तो साथ आये तीनों व्यक्ति चुपके से लाश छोड़कर निकल गए.मृतक के पिता ओम के दोस्त शंकर व अन्य को ही इसके लिए जिम्मेवार मानते हैं.
किसनपुर में लक्ष्मी पूजा के अवसर आयोजित ऑर्केस्ट्रा दिखाने ले गए.तब उसके मित्रों को छोड़कर किसी ने नही सोचा होगा कि ये ओम की जिंदगी की अंतिम रात होगी.कहा जाता है कि मोबाईल रिपयेरिंग का काम करने वाले ओम को उसके दोस्तों ने ही जहर खिलाकर मार डाला.ओम जिस बुलेट मोटरसायकिल से घर से निकला था वह लावारिस हालत में एनएच १०६ के रेशना-जिरवा पथ अंतर्गत एक पुल के पास मिला.जबकि ओम की लाश सदर अस्पताल मधेपुरा में मिली.अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार घटना की रात में एक जीप से ओम को तीन व्यक्ति लेकर आये थे.उस समय ओम के मुंह से झाग निकल रहा था.डाक्टरों ने जब उसे मृत घोषित किया तो साथ आये तीनों व्यक्ति चुपके से लाश छोड़कर निकल गए.मृतक के पिता ओम के दोस्त शंकर व अन्य को ही इसके लिए जिम्मेवार मानते हैं.
मधेपुरा टाइम्स को प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक ओम की संगत गलत लड़कों से हो गई थी और संभवत: पैसे के लेनदेन व शराब की बुरी लत के कारण ही उसके दोस्त ने अन्य लोगों की सहायता से जहर खिला कर ओम की ह्त्या कर दी.अगर आपके बच्चे भी बुरी संगति का शिकार हो गए हैं तो जल्द ही उनपर नियंत्रण करें वर्ना आपके बच्चे भी इस तरह कि घटना का शिकार हो सकते हैं.
सावधान ! मक्कार दोस्त आपकी मौत का कारण बन सकते हैं!
Reviewed by Rakesh Singh
on
October 25, 2010
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