मधेपुरा में कांग्रेस में जान फूंकने की कोशिश

सुकेश राणा/०९ जुलाई २०१०
Mahatma Gandhi, Jawaharlal Nehru at an Indian National Congress Meeting, 1929 Giclee Poster Print, 9x12२३  जून को बिहार प्रदेश कांग्रेस के नए प्रभारी मुकुल वासनिक व प्रदेश अध्यक्ष चौधरी महबूब अली कैसर के मधेपुरा दौरे ने स्थानीय कांग्रेसी को अपनी खोई विरासत को फिर  से वापस लाने का टॉनिक तो दे ही दिया है.दोनों प्रभावी पदाधिकारियों ने जिले के कांग्रेसियों को जहाँ पुरानी विरासत को जिन्दा करने का मूल मन्त्र दिया वहीं कांग्रेसियों को कई सपने भी दिखाये गये.बहरहाल सपने
कहाँ तक सच होंगे ये तो भविष्य पर टिका है लेकिन इतना सच है कि इसी बहाने कांग्रेसियों ने अपनी चुनावी कसरत शुरू कर दी है.वहीं,विपक्ष इसे टिकट व पैसे का खेल बता कर कांग्रेस की औकात को हवा-पानी करार दिया है.

विपक्ष का मानना है कि नेतृत्व के अभाव में जिला कांग्रेस मधेपुरा में आख़िरी साँसे गिन रही है.बता दें कि हाल के प्रदेश प्रभारी व प्रदेश अध्यक्ष के मधेपुरा दौरे में कांग्रेसियों के बीच दिखने व दिखाने का जबरदस्त होड़ दिखा.कार्यकर्त्ता की संख्यां में जहाँ गाड़ी-मोटरसाइकिल दिखी वहीं पुराने कांग्रेसी हासिये पर नजर आए.
राजनीतिक विश्लेषक का कहना है कि नए टिकटार्थी कांग्रेसी से पुराने कार्यकर्ता भी परेशान हैं.हालांकि प्रदेश नेतृत्व इन सब चीजों को बेहतर समझ रहे हैं.मजेदार पहलू यह है कि आलमनगर विधानसभा क्षेत्र में टिकटार्थी प्रत्याशियों की संख्यां दर्जन भर है जो टिकट के लिए आश्वस्त हैं.जानकार बताते हैं कि कांग्रेस में हो रहे इस चहलकदमी से आलाकमान भी काफी खुश हैं.आलाकमान का भी मानना है कि कुछ भीड़ तो टिकटार्थी के हैं लेकिन कुछ ऐसे भी कार्यकर्ता हैं जो कांग्रेस में बदलाव से काफी खुश हैं और तरोताजा महसूस कर   पारी मजबूती में जुट गए हैं.बहरहाल टिकट बंटवारा और चुनाव परिणाम ही कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण होगा.

मधेपुरा में कांग्रेस में जान फूंकने की कोशिश मधेपुरा में कांग्रेस में जान फूंकने की कोशिश Reviewed by Rakesh Singh on July 09, 2010 Rating: 5

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