सुकेश राणा/२७ जून २०१०
मधेपुरा स्थित वेदव्यास महाविद्यालय प्रांगण में नशाखोरी एवं मानव व्यापार के खिलाफ एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया.नेहरू युवा केन्द्र मधेपुरा द्वारा आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए जिला युवा समन्वयक रविन्द्र कुमार रवि ने कहा कि युवा किसी भी राष्ट्र के धुर होते हैं और अगर दो-तिहाई युवा नशाखोरी के गिरफ्त में हो तो उस राष्ट्र का मानवीय मूल्यों की जमीनी हकीकत पता चल जाती है.यही हाल इन दिनों भारत के युवाओं का है.उन्होंने युवाओं को खबरदार करते हुए कहा कि नशाखोरी का प्रचालन यूं ही बढ़ता गया तो वो दिन दूर नहीं जब भारत बिना हाड़-मांस का देश बन जाएगा.
अवैध मानव व्यापार पर चिंता जताते उन्होंने कहा कि इसका भुक्तभोगी सबसे ज्यादा किशोर व किशोरी हो रहें है.बाल वेश्यावृत्ति इसी की एक कड़ी है.आंकड़े के अनुसार पूरे भारत में तीन लाख से ज्यादा बाल वेश्याएं हैं जिसे अवैध मानव व्यापार के रूप में झोंका जा रहा है.
गरीबी और अशिक्षा को इसके लिए दोषी मानते हुए ग्रामीण स्तर के युवा मंडलों से अपील किया कि वे इसके खिलाफ जनमुहीम चलायें.संगोष्ठी में भाग लेते वेदव्यास महाविद्यालय के प्राचार्य आलोक कुमार ने युवाओं से इन दोनों चीजों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई की अपील की.संगोष्ठी में संवदिया के रंगकर्मियों ने इन दोनों चीजों के खिलाफ जन मुहीम चलने का एलान किया.
अवैध मानव व्यापार पर चिंता जताते उन्होंने कहा कि इसका भुक्तभोगी सबसे ज्यादा किशोर व किशोरी हो रहें है.बाल वेश्यावृत्ति इसी की एक कड़ी है.आंकड़े के अनुसार पूरे भारत में तीन लाख से ज्यादा बाल वेश्याएं हैं जिसे अवैध मानव व्यापार के रूप में झोंका जा रहा है.
गरीबी और अशिक्षा को इसके लिए दोषी मानते हुए ग्रामीण स्तर के युवा मंडलों से अपील किया कि वे इसके खिलाफ जनमुहीम चलायें.संगोष्ठी में भाग लेते वेदव्यास महाविद्यालय के प्राचार्य आलोक कुमार ने युवाओं से इन दोनों चीजों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई की अपील की.संगोष्ठी में संवदिया के रंगकर्मियों ने इन दोनों चीजों के खिलाफ जन मुहीम चलने का एलान किया.
नशाखोरी एवं मानव व्यापार के खिलाफ संगोष्ठी आयोजित
Reviewed by Rakesh Singh
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June 27, 2010
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