शिक्षा समस्या: गरीब और ग्रामीण बच्चे कैसे करें पढ़ाई ?

 सूबे में प्राथमिक शिक्षा पर सरकार भले ही अरबों खर्च करे, पर हालात है कि सुधरने का नाम नहीं ले रहा. सरकारी योजनाएं शिक्षा पदाधिकारियों और जुड़े शिक्षकों का ग्रास बनकर रह जाती है और गरीब तबके के बच्चों के लिए पढ़ाई महज खानापूर्ति बनकर रह गई है.
      खिचड़ी के नाम पर भले ही सरकार सरकारी स्कूलों में बच्चों की भीड़ बढ़ा ले, पर जिसे शिक्षा कहते हैं, उससे अभी भी ये बच्चे वंचित हैं. शिक्षकों का ध्यान भी पढ़ाई से ज्यादा मध्यान्ह भोजन में लगा रहता है और अब तो वे इसे लेकर कुछ ज्यादा ही चिंतित रहते हैं कि इस दौरान कहीं कोई हादसा न हो जाए. कई जगह तो अभी भी स्कूल है तो भवन नहीं, और यदि भवन है तो शिक्षक नहीं.
    बच्चों को भी इस बात का एहसास है कि उन्हें पढे-लिखे लोग हीन भावना से देखते हैं, क्योंकि वे सरकारी स्कूल में पढ़ रहे हैं, कॉन्वेंट में नहीं. पिछले रविवार को ही मधेपुरा में डीआरडीए के सभागार में विश्व बाल श्रम दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में भी इस बात का खुलासा एक बच्चे ने ही किया. दूसरे बच्चे ने कहा कि शिक्षा अच्छी नहीं मिलने के कारण बाल मजदूरी से ही परिवार का पेट भरने में बच्चों को सहायता करनी पड़ती है. किसी ने स्कूल तक जाने के लिए रास्ता नहीं होने की बात कही, तो किसी ने कुछ अन्य तरह की समस्याएं बताईं. जाहिर सी बात है मधेपुरा समेत बिहार में शिक्षा की राह में रोड़े बहुत है जिन्हें हटाने के ईमानदार प्रयास की जरूरत है.
बात साफ़ है कि सरकारी स्कूल में यदि इसी तरह व्यवस्था तार-तार होती रही तो फल-फूल रहे कौन्वेंट्स में पढ़ रहे बच्चे ही पढ़ाई कर पायेंगे और शिक्षा के नाम पर सरकार द्वारा किये जा रहे खर्च सिर्फ सरकारी आंकड़ों को ही मजबूती दे पायेंगे जो चुनाव के समय उन्हें अपनी झूठी उपलब्धि गिनाने में काम आयेंगे.
    शिक्षा समस्या: गरीब और ग्रामीण बच्चे कैसे करें पढ़ाई ? शिक्षा समस्या: गरीब और ग्रामीण बच्चे कैसे करें पढ़ाई ? Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on November 19, 2013 Rating: 5

    1 comment:

    1. Best way to Improve education in village or in government school is strict Monitoring We are not short of school and teacher Just we don't have Honest People in the monitoring level If we have a active team who monitors the school every day keep questioning schools about student Improvement and other issues on Daily basis I think will be enough for Improvement, I don't see any need of extra teacher yes better facility can be provided but first priority should be Education

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