उर्दू के पत्रकार पर हमले को विरोधियों ने बताया बचने की साजिस

संवाददाता/25/10/2012
मो० सलाम
पिछले 22 अक्टूबर को उर्दू दैनिक कौमी तंजीम के पत्रकार मोतीउर्रहमान पर कथित जानलेवा हमले को विरोधियों ने कोरी साजिस बताया है. हमले के मुख्य आरोपी नगर परिषद के सहायक मो० सलाम ने मधेपुरा टाइम्स के प्रबंध संपादक को लिखे एक पत्र में अपने ऊपर लगाये आरोपों को झूठा बताया है और कहा है कि जिस वक्त की ये घटना बताई जा रही है उस वक्त वे नगर परिषद के काम से वृद्धा पेंशन के लाभुकों की सूची बनाने कार्यक्षेत्र में थे. उनके द्वारा बनाये गए लाभुकों की सूची
गाड़ी का टूटा शीशा
की एक प्रति उन्होंने मधेपुरा टाइम्स के कार्यालय में भी समर्पित किया.
            मो० सलाम ने पत्रकार पर उल्टा आरोप लगाते हुए मधेपुरा थाना में इस आशय की एक प्राथमिकी दर्ज कराई है कि घटना के दिन एक बजे दिन में मो० मोतीउर्रहमान ने ही उसके बेटे सन्नी को भद्दी गालियाँ दी जिसका विरोध करने मो० मोती ने हबीबुर्रहमान तथा अन्य लोगों के साथ उनके घर घुसकर मार पीट की. मो० सलाम की माँ सईदा खातून ने जब बेटे का बचाव किया तो सईदा के गले से करीब 70 हजार रूपये का चेन मो० मोतीउर्रहमान ने छीन लिया तथा घर के अटैची से एक लाख पांच हजार रूपये का जेवर निकाल भी निकल लिया. जाते जाते उन लोगों ने पूरे परिवार की हत्या की धमकी तक दे डाली. मो० सलाम ने तस्वीर दिखाते हुए यह भी आरोप लगाया कि मो० मोती ने उनकी चार पहिया वाहन राइनो का शीशा भी फोड़ डाला.
            आरोप-प्रत्यारोप के सम्बन्ध में मधेपुरा थानाध्यक्ष नवीन कुमार सिंह कहते हैं कि दोनों तरफ से मधेपुरा थाना में मामला दर्ज कराया गया है. मामले की तहकीकात की जा रही है और जो दोषी होंगे उनके विरूद्ध न्यायोचित कार्यवाही की जायेगी.
उर्दू के पत्रकार पर हमले को विरोधियों ने बताया बचने की साजिस उर्दू के पत्रकार पर हमले को विरोधियों ने बताया बचने की साजिस Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on October 25, 2012 Rating: 5

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