दिलफेंक दारोगा ने धोखे से रचाई दूसरी शादी

पंकज भारतीय/16 जून 2012
सुपौल सदर थाना में पदस्थापित अवर निरीक्षक राजीव लाल पंडित ने शादी के बाद बाल बच्चेदार होने के बावजूद जोगिया थानाक्षेत्र के पिलुआहा निवासी सिंघेश्वर पंडित की बेटी आशा कुमारी को अपने प्रेमजाल में फंसाकर शादी रचा ली.बाद में पोल खुलने पर दारोगा ने न केवल अपनी दूसरी पत्नी को प्रताड़ित करना शुरू किया, बल्कि पांच लाख रूपये दहेज के रूप में मांग की.
      इस प्रेम कहानी की शुरुआत वर्ष 2011 में उस समय हुई जब राजीव लाल पंडित जदिया थाना के अवर निरीक्षक के पद पर तैनात थे.बाबा सिंघेश्वर कॉलेज सिंघेश्वर की छात्रा आशा की जब पहली मुलाक़ात राजीव से हुई तो राजीव पहली ही नजर में दिल दे बैठा.उसके बाद दारोगा बहाने बनाकर आशा के घर आने जाने लगा और इस प्यार का कारवां आगे बढ़ा.पहले आशा इनकार करती रही लेकिन राजीव की दीवानगी ने इनकार को इकरार में तब्दील कर दिया.
    राजीव ने दबंग के चुलबुल पांडे की तरह सारी हदें पार कर दी.उसने आशा के सामने शादी का प्रस्ताव रखा.इनकार करने पर पहले उसने आशा को जान से मारने की धमकी दी और तब भी जब बात बनती नजर नहीं आई तो उसने प्यार पाने के लिए खुद को शूट आउट की धमकी दे डाली.राजीव की पैंतरेबाज़ी रंग लाई और आशा ने साथ निभाने की हामी भर दी.परिजनों ने भी चट मंगनी, पट ब्याह की तर्ज पर 18 अगस्त 2011 को सिंघेश्वर मंदिर में दोनों की शादी रचा दी.
    शादी के बाद राजीव ने अपनी नई-नवेली को सात दिनों तक सहरसा में रखा.उसके बाद अपने पैतृक घर साकिन-भलनी, थाना-कलुआही, जिला-मधुबनी ले गया. वहां आशा को पता चला कि खुद को शूट आउट की धमकी देने वाला उसका पति फरेबी है.वह उससे पहले भी पूनम नामकी युवती के साथ सात फेरे ले चुका है और दो बेटे का बाप भी है.
    आशा ने इस भंडाफोड के बाद जब विरोध जताया तो राजीव अपनी औकात में आ गया.इसके बाद राजीव आशा को पटना ले गया और वहाँ एक महीने तक रखा.इस दौरान वहां आशा की मुलाक़ात पहली पत्नी पूनम से भी हुई.इसके बाद आशा ने लगभग विद्रोह कर दिया.तब राजीव ने पूनम के साथ मिलकर आशा के साथ मारपीट शुरू कर दी.कई दिनों तक उसे भूखे प्यासे कमरे में बंद रखा गया.इसके बाद मोबाइल से आशा के पिता से पांच लाख रूपये दहेज की मांग की गयी.जान बचाने की जुगत में आशा ने राजीव को विश्वास दिलाया कि पिलुआहा जाने पर उसे पैसे मिल सकते हैं.इसके बाद आशा किसी तरह पिलुआहा आई और पुलिस की शरण में आ पहुंची.
  पुलिस में मामला दर्ज कराने की भनक लगते ही दिलफेंक दारोगा बीमारी का बहाना बनाकर छुट्टी लेकर फरार हो गया है.बहरहाल सदर थाना कांड संख्यां.303/2012 दर्ज हो गया है, जिसके पर्यवेक्षण की जिम्मेवारी तेज तर्रार पुलिस निरीक्षक राम सहाय राय को सौंपी गयी है.गौरबतलब है कि श्री सहाय दो बिछुड़े दिलों को मिलाने के लिए मशहूर हैं.अब देखना यह होगा कि एक पक्ष उनके महकमे से जुड़ा हुआ शख्श है जबकि आशा कुमारी प्यार के नाम पर ठगी गयी है.
    दरअसल नए दारोगाओं में चुलबुल पांडे की कमी नहीं है.इससे पूर्व छातापुर थाना में पदस्थापित प्रशिक्षु दारोगा प्रिंस कुमार जब बंद कमरे में प्रेमालाप करते रंगे हाथ पकड़े गए थे तो उन्होंने बिलकुल ही सिनेमाई अंदाज में तत्काल ही अपनी प्रेमिका की मांग में सिन्दूर भर दिया था.हालांकि पूर्णियां जिला के कृत्यानंदनगर थाना क्षेत्र के जगेली निवासी प्रिंस कुमार बेहद ही धोखेबाज निकले और एक वर्ष पूर्व जो नौकरी छोड़कर फरार हुए हैं, अब तक वापस नहीं लौटे हैं.उनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही संचालित है और शीघ्र ही बर्खास्त होने की सम्भावना है.
दिलफेंक दारोगा ने धोखे से रचाई दूसरी शादी दिलफेंक दारोगा ने धोखे से रचाई दूसरी शादी Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on June 16, 2012 Rating: 5

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