एक शहर...जहाँ बिजली आते ही लोग खुशी से नाचने-गाने लगते हैं.

जी हाँ, ये कोई मजाक नही, बिलकुल सच है. मधेपुरा में ऐसा ही होता है. बिजली विभाग की असीम कृपा से मधेपुरा में तीन दिनों के बाद ही बिजली आती है. अभी शाम में छ: बजे के बाद जैसे ही मधेपुरा में बिजली आयी, लोग अचानक खुशी के मारे चिल्ला उठे. ऐसा चिल्लाना शायद इण्डिया के वर्ल्ड कप जीतने पर ही सुने जा सकते हैं. बाजार में भी मानो सिर्फ और सिर्फ इसी बात की चर्चा हो रही हो. बाजार में घूमने वाले सज्जन या तो घर की ओर ये देखने को दौड़ पड़े कि घर में बल्व जलता आज कैसा लग रहा है या फिर फोन से कन्फर्म हो लिए कि उनके घर रानी साहिबा (बिजली) पधारी या नहीं?
    आज ही खबर पढ़ा कि दुनियां के बढते 25 शहरों में पटना भी. सोचने लगा कि हमारे मधेपुरा का कौन सा स्थान होना चाहिए. मैं तो दावा करता हूँ दुनियां के सबसे पिछड़ते शहरों की अगर लिस्ट निकाली जाय तो मधेपुरा नीचे से टॉप पर रहेगा. लगता है कि यहाँ की जनता जल्द ही रेलवे स्टेशन पर के उस बोर्ड को उखाड़ फेकेंगे जिस पर लिखा है दौरम मधेपुरा. एक नया बोर्ड लगना चाहिए जिस पर लिखा हो, 'सुस्तम मधेपुरा' या फिर ‘टापू मधेपुरा. बिहार संभवत: दुनिया का एकलौता राज्य होगा जहाँ के मुख्यमंत्री पूरे राज्य के नहीं, सिर्फ राजधानी के मुख्यमंत्री हैं. ये भी हो सकता है कि वे बाक़ी जिले के लिए मुख्यमंत्री हो, पर मधेपुरा को तो उन्होंने विकास के हाशिए पर धकेल कर रखा है, इसमें कोई संदेह नहीं. इसीलिये तो उनकी कृपा से मधेपुरा से पटना के लिए आवागमन की व्यवस्था भी न के बराबर ही है. टापू में तब्दील मधेपुरा को संभवत: राज्य में न्यूनतम सुविधा प्राप्त है.रेलवे के सम्बन्ध में ये नेता कहेंगे कि ये केन्द्र का मामला है. भैया वो तो हम जानते हैं, पर केन्द्र की धीमी गति पर प्रेशर आपलोग ही न बनाओगे कि मधेपुरा से दर्जन भर लोग जाकर दिल्ली में अनशन करेंगे? क्या ये भी समझाने की जरूरत बाक़ी ही रह गयी है कि जनता नेता क्यों चुनते हैं? इलाके में एक कहावत प्रचलित है, मजबूरी का नाम म...... ..... मधेपुरा की जनता भी शायद कुछ न कर पाने के लिए लाचार है. खैर..जो भी हो....लिखते लिखते फिर बिजली चली गयी है, न जाने फिर कब तक के लिए.जय मधेपुरा, जय बिहार.
एक शहर...जहाँ बिजली आते ही लोग खुशी से नाचने-गाने लगते हैं. एक शहर...जहाँ बिजली आते ही लोग खुशी से नाचने-गाने लगते हैं. Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 20, 2011 Rating: 5

1 comment:

  1. media ne Nitish sarkar ko kuch jyada hi credit de diya hai.. Patna mein AC Bus chalane se rajya ke logon ka bhala nahi hoga

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