मृतक की पहचान मुरलीगंज नगर पंचायत वार्ड संख्या-11 निवासी 45 वर्षीय मुषण पासवान, पिता सूरदेव पासवान के रूप में हुई है। प्रत्यक्षदर्शी मजदूरों के अनुसार, सीएमआर (Custom Milled Rice) चावल की बोरियों को ट्रक (नं. BR 11L 4264) पर लोड किया जा रहा था। इसी दौरान रिमझिम बारिश हो रही थी। मुषण पासवान पटरे के सहारे बोरी लेकर ट्रक पर चढ़ रहे थे, तभी उनका पैर फिसल गया और वे नीचे गिर गए। गिरने के दौरान चावल की बोरी उनकी गर्दन पर आ गिरी, मजदूरों के द्वारा आनन फानन में उन्हें मुरलीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जहां मौके पर मौजूद डॉ आर के सिंह एवं डॉ संजीव सिंह उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मौके पर मची अफरा-तफरी, अधिकारी फरार
घटना के समय एजीएम प्रशांत कुमार मौके पर मौजूद थे। प्रत्यक्षदर्शी प्रमोद पासवान ने बताया कि हादसे के बाद कुछ ही बोरियां लोड हुई थीं। घटना के तुरंत बाद एजीएम द्वारा लोडेड चावल को वापस गोदाम में रखवाकर गोदाम बंद कर दिया गया और वे मौके से फरार हो गए। बार-बार फोन करने पर भी उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला।
लाश रखकर सड़क जाम, अधिकारी पहुंचे समझाने
घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष अजीत कुमार, अंचलाधिकारी किसलय कुमार और प्रखंड श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी कुमारी शैलजा मौके पर पहुंचे और आक्रोशित परिजनों व मजदूरों को समझाने का प्रयास किया। काफी समझाने-बुझाने के बाद सड़क जाम हटवाया गया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मृतक मजदूर अपने पीछे पत्नी, तीन वर्षीय पुत्र और दो वर्षीय पुत्री को छोड़ गए हैं। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।
मुआवजे को लेकर प्रशासन सक्रिय
प्रखंड श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी कुमारी शैलजा ने बताया कि यदि मृतक श्रमिक विभाग में पंजीकृत सदस्य हैं तो परिजनों को ₹4 लाख का मुआवजा मिलेगा। यदि सदस्यता नहीं है, तो शताब्दी योजना के तहत ₹2 लाख की सहायता राशि दी जाएगी। इसके लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट आवश्यक होगी।
थानाध्यक्ष अजीत कुमार ने बताया कि परिजनों को समझा-बुझाकर सड़क से जाम हटवाया गया है सबको पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.

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