संयुक्त संघर्ष फ्रंट ने कैंडल मार्च निकालकर बीपीएससी अभ्यर्थियों पर सरकार के दमनकारी नीति के खिलाफ किया प्रदर्शन
कैंडल मार्च टी पी कॉलेज मुख्यद्वार से बी एन मंडल चौक तक चला. कैंडल मार्च में बड़ी संख्या में छात्र मौजूद थे. जो बीपीएससी अभ्यर्थियों के साथ न्याय करने और उनपर हुए दमनात्मक कार्यवाही बंद करने को लेकर नारेबाजी किया. कैंडल मार्च को संबोधित करते हुए NSUI जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि सरकार छात्रों से दुश्मन जैसा व्यवहार कर रही है, सरकारी जुल्मों से छात्र झुकने वाले नहीं हैं. अपने भविष्य को बचाने की लड़ाई आखिरी दम तक लड़ी जाएगी.
वहीं aisf जिलाध्यक्ष वसीमुद्दीन उर्फ नन्हे ने कहा कि बीपीएससी अभ्यर्थियों का आंदोलन 15 दिनों से चल रहा है, छात्र शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं लेकिन सरकार छात्रों की आवाज को कुचलने के लिए दमनकारी, बर्बरतापूर्ण लाठी चार्ज करवा रही है. सरकार बीपीएससी अभ्यर्थियों के साथ जब तक न्याय नहीं करती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा. वहीं छात्र राजद जिलाध्यक्ष निखिल यादव ने कहा कि बिहार की डबल इंजन सरकार छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. नीतीश कुमार प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक होने से बचाने में विफल है. आज परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होना आम बात बन गई है. बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांग जायज है. उनके सवालों का जवाब दिया जाय. सभी केंद्रों के परीक्षा को रद्द कर पुनः साफ-सुथरे ढंग से परीक्षा का आयोजन करवाया जाय.
वहीं Rya के जिला संयोजक कृष्णा कुमार ने कहा कि छात्र और युवाओं के आवाज को कुचलकर बिहार में शासन नहीं किया जा सकता है. डबल इंजन की सरकार तानाशाह बन चुकी है. यह छात्रों और युवाओं के लोकतांत्रिक और संवैधानिक अधिकार को भी बेरहमी से कुचल रही है.
कैंडल मार्च में ई. पुरुषोत्तम कुमार, AISF जिला सचिव शुभम स्टालिन, रणधीर कुमार, सोनू कुमार, राहुल पासवान, जितेंद्र कुमार, नीतीश कुमार यादव, सचिन कुमार, नवीन कुमार समेत दर्जनों छात्र मौजूद थे.
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