वर्तमान में शशांक, नीति आयोग के आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत हरिद्वार में गांधी फेलोशिप कर रहे हैं, जहाँ वह ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य और शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए कार्यरत हैं।
अपनी इस सफलता का श्रेय शशांक अपनी कड़ी मेहनत के साथ-साथ अपने परिवार और शिक्षकों के समर्थन को देते हैं। वह भविष्य में पब्लिक पॉलिसी में पीएचडी कर शोध कार्य करने की योजना बना रहे हैं, ताकि वे अपने शोध के माध्यम से लोगों का जीवन बेहतर बना सकें।
उनकी यह उपलब्धि न केवल उनके शैक्षणिक जीवन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, बल्कि सामाजिक विकास और लोक प्रशासन के क्षेत्र में उनके योगदान को और मजबूत करती है।
(वि. सं.)
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
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October 23, 2024
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