भाकपा ने संयुक्त किसान मोर्चा एवं केंद्रीय ट्रेड यूनियन के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर भारत बंद कार्यक्रम का समर्थन किया. इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं ने मुरलीगंज स्टेट बैंक मुख्य शाखा को घंटों बाधित किया. इस कार्यक्रम का नेतृत्व भाकपा के सहायक अंचल मंत्री सह वार्ड संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष रमेश कुमार शर्मा एवं सहायक अंचल मंत्री मोहम्मद सिराज ने किया.
वहीं रमेश शर्मा ने कहा कि मोदी सरकार मजदूर व किसान विरोधी सरकार है. उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी में किसान नरसंहार के मुख्य साजिशकर्ता केंद्र में गॄह राज्यमंत्री अजय मिश्रा को अब तक बर्खास्त नहीं किया जाना, तीन काला कृषि कानून के खिलाफ राष्ट्रीयव्यापी किसान आंदोलन में 736 शहीद किसानों के परिजनों को मुआवजा नहीं दिया जाना, संघर्ष समिति के एग्रीमेंट को पूरा नहीं किया जाना, ट्रेड यूनियन के अधिकारों में कटौती किया जाना किसान एवं मजदूरों के साथ धोखा है. केंद्र सरकार सरकारी संपत्ति को कौड़ी के भाव बेच रही है. देश में कमर तोड़ महंगाई और बेरोजगारी पर नकेल कसने के बजाय भोली भाली जनता को मंदिर का सपना दिखा रही है. लोहिया एवं कर्पूरी के विरासत को धोखा देकर भाजपा के साथ नहीं जाने की कसम खाकर नरेंद्र मोदी के गोदी में बैठने वाले नीतीश कुमार को भी खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
मोहम्मद सिराज ने कहा कि केंद्र सरकार की जन् विरोधी नीतियों के खिलाफ आज हम लोग सड़क पर उतरे हैं. किसान एवं मजदूरों की मांग को अगर अनदेखी की गई तो आंदोलन को तेज किया जाएगा. आज तमाम बैकों का निजीकरण किया जा रहा है. किसानों को फसल का लाभकारी मूल्य नहीं दिया जा रहा है. मोदी सरकार देश की सार्वजनिक संपत्तियों को बेच रही है. रेल, भेल, शिक्षा, हवाई अड्डा समेत सभी सरकारी संपत्तियों को निजी हाथों में सौंपा जा रहा है. यह देश जितना हिंदुओं का है इतना ही सिख और ईसाई का भी है. नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार हिंदू और मुसलमान और मंदिर मस्जिद के नाम पर देश को तोड़ना बंद करे. भारत धर्म निरपेक्ष देश है, इसलिए धर्म के नाम पर राजनीति नहीं चाहिए. मंदिर मस्जिद नहीं रोजगार चाहिए.
इस मौके पर भाकपा के वरीय नेता मुन्ना जी, बिजेन्द्र ऋषिदेव, अरूण प्रसाद यादव, अजय कुमार राम, कुन्दन ऋषिदेव, अनोज ऋषिदेव, मो. आबास, इन्दल पासवान, मो. इन्सुल, श्यामसुन्दर मंडल, रवि कुमार, रविन्द्र पासवान, दीपक कुमार, गजेन्द्र ऋषिदेव, राजो ऋषिदेव आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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