बिहार सरकार के पहल एक प्रयास कार्यक्रम के तहत इंजिनियरिंग कालेज में कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं एवं विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी बिलकुल निःशुल्क करवाई जा रही है. वहीं निशुल्क पढ़ाने की पहल में छात्रों की संख्या अब तक 5 से 52 पहुंच चुकी है, हालांकि आगे बहुत जल्द यह संख्या 200 को भी पार कर सकती है. इस दिशा में कॉलेज प्रबंधन लगातार इलाके में घूम घूम कर कई स्कूलों के तेज़ तर्रार बच्चे को चयन कर अपने संस्थान में ला रहे हैं और उन्हें अलग-अलग विषयों के योग्य शिक्षकों के द्वारा बिलकुल निःशुल्क शिक्षा प्रदान भी करवा रहे हैं, ताकि होनहार छात्र आगे जाकर आसानी से किसी प्रतिगोगिता में भाग लेकर अपने जिले के साथ साथ बिहार का नाम रोशन कर सके. बता दें कि मधेपुरा के बी.पी. मंडल अभियंत्रण इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्रों को पढ़ाने की एक पहल शुरू की गई है. जो कक्षा 9 से 12 और अन्य प्रतियोगी छात्रों को पढ़ाने के लिए सफल प्रयास है.
इस पहल का नाम है "पहल- एक प्रयास" ज्ञात हो कि प्रतिदिन शाम 4 से 6 बजे तक क्लास का समय निर्धारित किया गया है. गणित, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और अंग्रेजी के विषयों का शिक्षण अभियंत्रण महाविद्यालय के प्राध्यापकों द्वारा दिया जा रहा है. साथ ही छात्रों को भौतिक विज्ञान एवं रसायन विज्ञान में प्रयोगशाला कार्य लैब डेमोंसट्रेशन कार्ड से अवगत कराया जाता है.
एक विषय के लिए दो से तीन प्राध्यापकों को निर्धारित किया गया है. नोडल इंचार्ज डॉ. मनीष कुमार जयसवाल ने बताया कि हमारे यहां पहल की शुरुआत बीते 9 जनवरी को हुआ था पहले दिन सिर्फ 5 छात्र कक्षाओं के लिए क्लास में आए थे लेकिन अब छात्रों की संख्या 52 तक पहुंच गई है. उन्होंने बताया कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि आगामी महीनों में छात्रों की संख्या कम से कम 200 तक पहुंच जाएगी.
अभियंत्रण महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. अरविंद कुमार ने बताया कि पहल में नामांकन एवं शिक्षण पूर्ण रूप से निःशुल्क है. हम छात्रों के माता-पिता से अपील करते हैं कि वे अपने 9वीं से 12वीं कक्षा के बच्चों को और जिन छात्रों की तैयारी जेईई, नीट या अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए है उन्हें बेहिचक हमारे संस्थान में भेजा जाय ताकि हम उन्हे मुफ्त में ट्यूशन दे सकें.
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