ट्रक चालक स्थानीय ग्रामीणों को चकमा देकर मौके से फरार हो गया. पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर ट्रक को जब्त कर थाने ले गई. इधर आक्रोशित परिजनों ने स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से आनन-फानन में घटनास्थल पर ही मृत बालक का शव रखकर रोड जाम कर दिया. तकरीबन 4 घंटे के पश्चात सीओ शशि कुमार और श्रीनगर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर रविश रंजन ने मृतक के परिजन को नियमानुसार मुआवजे की राशि देने का आश्वासन देकर रोड जाम समाप्त कराया.
बताया गया कि श्रीनगर थाना क्षेत्र के श्रीनगर गांव स्थित वार्ड 6 निवासी अरूण कुमार यादव उर्फ रघु यादव का 12 वर्षीय एकलौता पुत्र मनीष कुमार बुधवार को दिन के तकरीबन 10 बजे दूध लेकर अपने साइकिल से रामनगर बाजार जा रहा था. रास्ते में टिकुलिया-रामनगर बाजार पथ पर रामनगर महेश स्थित हरिजन टोला के पास पीछे से तेज रफ्तार से आ रही अनियंत्रित ट्रक ने साईकिल चालक बालक को जोरदार रुप से ठोकर मार दिया. जिसके कारण बालक का बुरी तरह से सर कुचले जाने के कारण मौके पर ही मौत हो गई. वहीं ट्रक का चालक मौके से फरार हो गया.
परिवार के लोग व आस पास के सैकडों लोग घटनास्थल पर पहुंचकर आक्रोशित होकर घटनास्थल के समीप रोड पर शव को रखकर रोड जाम कर दिया. घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर रविश रंजन मय पुलिस फोर्स घटनास्थल पर पहुंचकर ट्रक को जब्त कर थाना ले गए.
घटनास्थल पर रोड जाम कर रहे परिजन और ग्रामीणों को सीओ शशि कुमार और थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर रविश कुमार ने मृतक के परिजन को सरकारी स्तर पर मिलने वाली मुआवजा राशि देने का आश्वासन देकर रोड तकरीबन 4 घंटे पश्चात यानि दिन के 2 बजे रोड जाम समाप्त कराया. रोड जाम समाप्त होते ही पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल मधेपुरा भेज दिया.
वहीं श्रीनगर थानाध्यक्ष रविश रंजन ने बताया कि ट्रक को जप्त कर लिया गया है. मृतक बालक मनीष कुमार के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल मधेपुरा भेज दिया गया है. मृतक के परिजनों के द्वारा आवेदन मिलते ही थाने में केस दर्ज कर अग्रेतर समुचित कार्रवाई की जाएगी.
थानाध्यक्ष के जांच रिपोर्ट व पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर जिला परिवहन पदाधिकारी के द्वारा मुआवजा राशि का भुगतान किया जाएगा.
इकलौते पुत्र के जाने से सदमे में है पूरा परिवार
श्रीनगर थाना क्षेत्र के रामनगर महेश स्थित हरिजन टोला के समीप बुधवार को हुई सड़क दुर्घटना में मारे गए बालक मनीष के परिजनों के बीच इस हृदय विदारक घटना के बाद कोहराम मच गया है और पूरा परिवार सदमे में आ गया है. घटना की सूचना मिलते ही मृतक बालक की मां और सभी पांच बड़ी बहन तथा पिता चाचा और अन्य घटनास्थल पर पहुंचे. अपने इकलौते पुत्र की लाश को देखते ही दहाड़े मार मार कर रोने लगे. मां बहन और पिता की आंखों का आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहा था. बताया गया कि मेहनत मजदूरी और खेती कर परिवार का गुजारा करने वाले रघु यादव को पांच बेटी के बाद एक बेटा हुआ था. रघु यादव दूध बेचने का भी काम करते हैं. वही दूध लेकर आज उनका इकलौता पुत्र रामनगर देने जा रहा था. बताया गया कि अन्य दिन उसकी बहन दूध लेकर पहुंचाने जाती थी लेकिन आज वही बालक चला गया. परिवार के लोगों को क्या पता था कि दूध पहुंचाने जा रहा मनीष फिर घर लौटकर नहीं आएगा.
बीच सड़क पर मृत बालक के शव के समीप दहाड़े मारकर रो रहे परिवार के लोगों की हालात देखकर वहां मौजूद सैकड़ो लोगों की आंखें नम हो रही थी. लोग भगवान को कोस रहे थे और कह रहे थे कि जब एक बेटा दिया तो इतनी जल्दी उसे छीन क्यों लिया. बुढ़ापे में मां-बाप का सहारा इकलौता मनीष के चले जाने से पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया है.
(रिपोर्ट: मीना कुमारी/ मधेपुरा टाइम्स)

No comments: