नील गाय के आतंक से किसान फसल को लेकर परेशान

मधेपुरा जिले के मुरलीगंज प्रखंड अंतर्गत गंगापुर में किसान नील गाय के आतंक से काफी डरे सहमे हैं. पिछले करीब एक डेढ़ महीनों से किसानों के द्वारा आठ-दस की संख्यां में नील गायों को खेतों में विचरण करते हुए देखा गया था. तभी किसानों को फसल क्षति के संकेत मिल गए थे. फसल चरने के अलावा उसे रौंदकर तहस-नहस कर दे रहा है. झुंड के झुंड खेतों में विचरण कर रहे इन जंगली जानवरों से किसानों के सामने बचाव का कोई उपाय नजर नहीं आ रहा है. नील गायों के द्वारा किए जा रहे फसलों की बर्बादी देख किसान बेचैन हो उठे हैं. किसान अपना माथा पीट रहे हैं. 

सब्जी की खेती करने वाले किसान रातजगा कर इसकी रखवाली कर रहे हैं. नीलगायों का आतंक इतना बढ़ गया है कि धान, केला, गोभी, सब्जी आदि फसलों को चरने से ज्यादा उसे रौंदकर बर्बाद कर रहे हैं. वृहद रूप से केले की खेती करने वाले किसान भलनी निवासी सुरेंद्र यादव ने बताया कि नीलगाय उनके केले के फल को नष्ट कर देता है. साथ ही केले के पेड़ में रगड़ा मारकर गिरा देता है. वहीं किसान बीरेंद्र यादव, विकास कुमार ने बताया कि उसने एक बीघा खेत में गोभी लगाया है, जिसे रोज रात को नीलगाय रौंद कर बर्बाद कर देता है.

किसानों ने बताया कि इससे पूर्व इस इलाके में कभी नील गाय नहीं देखी गई थी. पहली बार नील गाय इस इलाके में घुसकर किसानों के नाक में दम कर रखा है.

नील गाय के आतंक से किसान फसल को लेकर परेशान नील गाय के आतंक से किसान फसल को लेकर परेशान Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on November 13, 2023 Rating: 5

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