कार्यक्रम के दौरान सृजन दर्पण के युवा रंगकर्मी और निदेशक विकास कुमार के नेतृत्व में संस्था के कलाकारों ने गीत नृत्य और नाटक 'शिक्षा के महत्व' का संदेशप्रद मंचन किया। कलाकारों ने नाटक के माध्यम से शिक्षा के महत्व को बताने का सफल प्रयास किया। मंचन को मौजूद लोगों ने ताली की गड़गड़ाहट से ख़ूब सराहा। कार्यक्रम में छात्रों द्वारा भी कई लोक नृत्य की बेहतरीन प्रस्तुति दी गई । इसमें कलाकार संध्या यादव ,स्नेहा कुमारी, शिवानी कुमारी, अनुपम कुमारी, अभिलाषा कुमारी, मौसम कुमारी, रेशम कुमारी और माही कुमारी की प्रस्तुति की मौजूद दर्शकों ने जमकर सराहना किया ।
इस अवसर पर युवा गायक आलोक कुमार, गायिका सुगंधा कुमारी ने कई गीत गजल और भजन की शानदार प्रस्तुति से सब का दिल जीत लिया खूब तालियां बटोरी सभी कलाकारों को महाविद्यालय परिवार द्वारा अंगवस्त्र से सम्मानित किया गया।
मौके पर प्रोफेसर सच्चिदानंद सचिव, प्रोफेसर विजेंदर कुमार, प्रोफेसर मनोज झा, प्रोफेसर रत्नाकर भारती, प्रोफेसर विजेंदर मेहता, प्रोफेसर चंदेशरी यादव, प्रोफेसर अमरेंद्र कुमार अमर, प्रोफेसर श्रीदेव झा प्रोफेसर अजय कुमार सिंह, प्रोफेसर दिनेश कुमार, आशीष कुमार, बृजेश कुमार यादव, रंजीत कुमार, पप्पू कुमार, चित् नारायण यादव , मोहम्मद शहाबुद्दीन सहित छात्र- छात्राओं बड़ी संख्या में मौजूद थे।

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