विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि भाजपा नेता द्वारा आदिवासी युवक के चेहरे पर पेशाब करने की घटना की जितनी भी निंदा की जाय वो कम है. यह घटना इस बात का सबूत है कि आज भी जातिगत शोषण, अत्याचार और प्रताड़ना चरम पर है. जब से मोदी सरकार आई है इस देश के बहुसंख्यक आबादी पिछड़े, दलित और आदिवासियों के साथ अत्याचार बढ़ा है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पिछड़ा, दलित, आदिवासी और महिला विरोधी है. आरएसएस अपने मनुवादी एजेंडे को देश पर थोप रही है.
जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि भाजपा और आरएसएस खुद को पिछड़े, दलित और आदिवासी हितैषी होने का झूठा ढोल पीटती है, जबकि सच्चाई सामने है. आज पूरे देश के वंचित तबके में रोष है. उन्होंने कहा कि देश के बहुसंख्यक पिछड़े, दलित और आदिवासी आबादी को तय करना होगा कि उन्हें इस देश में बराबरी के अधिकार और सम्मान के साथ जीना है या नहीं और यह तभी संभव है जब देश के सत्ता, शासन और प्रशासन में पिछड़ी, दलित और आदिवासी आबादी को जनसंख्या के अनुपात में हिस्सेदारी सुनिश्चित होगी.
विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र कुमार, जिला सचिव सोनू कुमार, जयकिशन कुमार, अंशु पासवान, कृष्णामोहन कुमार, आलोक कुमार, दीपक कुमार, सुदर्शन कुमार, श्रवण कुमार, रिपुसुदन कुमार, सुनील कुमार, निरंजन कुमार, सुमन कुमार, आयुष कुमार, मौसम झा , ज्योतिष कुमार, अमरेश कुमार, लालबहादुर कुमार, अमरदीप कुमार, मुन्ना कुमार, सत्यम कुमार समेत दर्जनों एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद थे.

No comments: