उपरोक्त बातें संस्कार भारती बिहार प्रदेश के संगठन मंत्री वेद प्रकाश ने मधेपुरा में कार्यकर्त्ताओं से कही. उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर बड़े पैमाने पर कला प्रेमी और साहित्य प्रेमी रहते हैं. जरूरत है ऐसे लोगों को समाज के मुख्य धारा से जोड़कर अपनी विलुप्त हो रही सांस्कृतिक चेतना को समाज के सामने लाने की.
इस अवसर पर पूर्व कुलसचिव डॉ. नरेंद्र श्रीवास्तव एवं मैथली साहित्य के विद्वान डॉ. किशोर कुमार सिंह ने कहा कि मिथिला एवं कोसी की सांस्कृतिक चेतना काफ़ी विकसित है, जरूरत है इस पर काम करने की, शोध करने की. इस अवसर पर डॉ. किशोर ने अपनी स्वरचित रचना भी भेंट की. वहीं डॉ. हेमा ने कहा कि कला और साहित्य ही समाज को जोड़कर रख सकता है.
उक्त अवसर पर संयोजक राहुल कुमार यादव ने कहा कि आगामी सितंबर माह में मधेपुरा में दो दिवसीय कोसी और मिथिला के कला प्रेमियों का कानक्लेव आयोजित करने की योजना बनाई जा रही है.
![ग्रामीण स्तर पर छुपे कला और साहित्य को आगे बढ़ाने का काम कर रही है संस्कार भारती: वेद प्रकाश](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEil_m0-rmYcfm7a1R5s9j8IFrAZVMptWSJg4JtwZ_-GMCGcZhNG3VhDk3pl3iJERt82fZQIJeYr9xi_cQCTAGiswLWIOO-9y5Ms1e7XaEQUJ-6t4Ps2RFBIJYjFI0xzyFtxMmOYIzvx5n0Eyn4G9YMoZwfS26VsVMPViUajzpo9B_RGGQqRajRGjo0M/s72-c/WhatsApp%20Image%202023-04-11%20at%202.10.47%20PM.jpeg)
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