संस्था सचिव सह युवा रंगकर्मी और निदेशक बिकास कुमार द्वारा लिखित एवं निर्देशित "अनमोल जीवन" नामक नुक्कड़ नाटक के जरिए संदेश मूलक प्रस्तुति दी। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को बाल विवाह, दहेज प्रथा, नशा उन्मूलन, स्वच्छता और सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक किया। नुक्कड़ नाटक के शुभारंभ संगीत शिक्षक सुरेश कुमार शशि के द्वारा दहेज प्रथा से होने वाले नुक़सान को गीत के माध्यम से प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम के समापन के मौके पर समाजसेवी डॉ. भूपेन्द्र ना.मधेपुरी ने कहा कि सामाजिक कुरीतियों को दूर करने का यह एक सराहनीय कदम है। दहेज प्रथा और बाल विवाह वर्तमान समय की ज्वलंत समस्या है। पीएस कॉलेज के संगीत विभागाअध्यक्ष प्रो. रीता कुमारी ने कहा कि सृजन दर्पण के कलाकारों ने कुरीतियों के खिलाफ एक अभिनव प्रयास शुरू किया है जो काबिले तारीफ है। प्राचार्य डॉ. आलोक कुमार ने कहा कि समाज को व्यवस्थित करने वाली रीति जब आगे चलकर कुरीति में तब्दील हो जाती है तब उसके सुधार का प्रयास जरूरी हो जाता है। कुरीति बन चुके बाल विवाह एवं दहेज प्रथा को बदलना समाज के चिंतकों और युवाओं का धर्म है।
इस मौके पर भास्कर कुमार, शिवम् कुमार, स्नेहा कुमारी, आंचल कुमारी, शिवानी कुमारी, संध्या कुमारी, अभिलाषा कुमारी, अनुपम कुमारी, रेशमी कुमारी, स्वाति कुमारी एवं स्वेता कुमारी ने गीत नृत्य एवं नाटक की संदेशप्रद प्रस्तुति दी मौजूद लोगों ने खूब सहारा।

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