उन्होंने कहा कि पर्यावरण के अध्ययन,अवलोकन से प्रकृति की कई रहस्यमयी परतें खुली । ज्ञान की विभिन्न शाखाएँ बनी। नई पीढ़ी में विधिवत् ज्ञान प्रसार हो, इसके लिए विभिन्न शैक्षणिक संस्थाएँ बनी। विद्वतजनों ने महसूस किया कि वर्तमान समय में हमारे अस्तित्व का आधार पर्यावरण विकास की अंधी दौड़ में काफी प्रदूषित हो गया। अधिक- से -अधिक पेड़- पौधों की संख्या विभिन्न प्रकार के प्रदूषण को दुर करने का एक बेहतरीन विकल्प है।इन्हीं को ध्यान में रखते हुए हमलोगो ने पर्यावरण संरक्षण के लिए संस्था की ओर से अभियान चलाया है। विश्वविद्यालय परिसर में कुलपति प्रोफेसर डॉ. आरकेपी रमण, प्रतिकुलपति प्रोफेसर डॉ.आभा सिंह, निर्मली विधानसभा क्षेत्र से विधायक अनिरुद्ध प्रसाद यादव, सिंहेश्वर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चंद्रहास चौपाल, पूर्व परिक्षा नियंत्रक प्रो. डा. भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी, कुलानुशासक डॉ. बीएन विवेका, कुलसचिव डॉ.मिहिर कुमार ठाकुर, निदेशक डॉ. नरेश कुमार, मनोवैज्ञा विभागाध्यक्ष डॉ.एमआई रहमान, हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. उषा सिन्हा, समाजसेवी प्रीति गोपाल, डॉ. हेमा काश्यप, डॉ. विमल सागर,डॉ. शंकर मिश्रा,सिंडिकेट सदस्य रंजन कुमार,शोधार्थी विभीषण कुमार,माधव कुमार, संस्था सदस्य राणा यादव,पलल्वी कुमारी,अकक्षा प्रिय,मोनिका कुमारी आदि ने पौधारोपण किया।
मौके पर कुलपति ने कहा वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति सृजन दर्पण के सदस्य आम लोगों को प्रेरित करते हैं पौधारोपण अपने आप में एक कल्याणकारी काम है क्योंकि इससे ना सिर्फ कई लोग बल्कि कई जीवों को लाभ मिलता है। संस्था का ऐसा प्रयास सराहनीय है। डॉ.मधेपुरी ने पौधा लगाते हुए कहा कि रंगकर्मी बिकास कुमार के कुशल नेतृत्व में संस्था जन जागरुकता हेतु समाज के लिए अच्छा काम कर रहा है। संस्था सचिव ने कहा संस्था के सदस्य अपने विद्वान संरक्षकों के निर्देशन में स्थापना काल से पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए प्रयासरत हैं। अभिनय एवं संगोष्ठी के जरिए विभिन्न मंचों से जन जाग्रति के साथ आम जन जीवन से जुड़ी लोक संस्कृति की संदेश मूलक प्रस्तुति करते है एवं विशिष्ट जनों के सानिध्य में समय-समय पर पौधारोपण भी करते हैं।
(नि. सं.)
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