इस बीच शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है कि कहीं यह ट्रक चोरी की तो नहीं है, इंजन नंबर चेचिस नंबर व सभी कागजातों की पूर्ण छानबीन होनी की चाहिए। क्या रोड टैक्स और रोड परमिट चोरी करने के उद्देश्य से एक ही नंबर के सहारे दो ट्रकों को व्यवहार में लाया जा रहा है और अगर ऐसा है तो कानूनन यही एक बड़ा अपराध है। परिवहन विभाग खनन विभाग टोल टैक्स के साथ-साथ दूसरे राज्यों में जाने की अनुमति की परमिट पर पर भी टैक्स चोरी के मामले सामने आ रहे हैं.
एक बड़े राजस्व की क्षति परिवहन विभाग को दी जा रही है. एक हायवा ट्रक में हिंदी में नंबर लिखा बी आर 50 जी 7921, जबकि दूसरे पर अंग्रेजी के B R 50 G 7921 नंबर प्लेट पर लिखा गया है. मुरलीगंज थाने में एक ही नंबर बी आर 50 जी 7921 की दो ट्रक को जप्त किया गया दोनों ही ट्रकों के नंबर में सिर्फ फर्क इतना है कि एक हिंदी और एक अंग्रेजी में लिखा गया इस पूरे मामले की जांच कराई जा रही है.
शनिवार को मुरलीगंज थानाध्यक्ष राजकिशोर मंडल ने बताया कि दोनों ही गाड़ी एक ही ऑनर की है. रोशन कुमार घर भपटियाही आज गाड़ी का ऑनर रजिस्ट्रेशन पेपर लेकर आए थे. बी आर 50 जी 7921 का सुपौल परिवहन कार्यालय से 2017 में रजिस्ट्रेशन किया गया है और उसका वैधता की अंतिम तिथि रजिस्ट्रेशन 22 दिसंबर 2018 ही वैध पाया गया.
वही दूसरी गाड़ी बीआर 50 जी ए 7921 का रजिस्ट्रेशन भी परिवहन कार्यालय सुपौल से किया गया है. 2021 में किया गया फिटनेस रजिस्ट्रेशन वैधता 22 मार्च 2023 अंकित है. मामले को जांच के लिए परिवहन कार्यालय को भेजा जा रहा है.
वहीँ मामले में चेंबर ऑफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष दिनेश मिश्रा ने बड़ा बयान दिया. कहा कि इस तरह के एक नहीं सैकड़ों मामले सामने आ सकते हैं अगर परिवहन विभाग मुस्तैदी से काम करें. यहां तो रोड टैक्स से लेकर के परमिट और टोल टैक्स खनन विभाग से मिले अनुमति पर भी बड़ा घालमेल नजर आता है क्योंकि यह जानबूझकर एक ही रजिस्ट्रेशन पर दो हाईवा ट्रकों को व्यवहार में लाया जा रहा था. रजिस्ट्रेशन दोनों का होने के उपरांत एक का बॉडी फिटनेस रजिस्ट्रेशन फेल हो चुका है वही इंश्योरेंस की क्या स्थिति है यह सब जांच का मामला है और क्यों इस तरह किया गया एक बड़ा सवाल खड़ा होता है.
मामले में मुरलीगंज थानाध्यक्ष ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के उपरांत ही मामले का खुलासा हो पाएगा।

No comments: