15 लाख रुपये से बना आरसीसी नाला सह फेवर ब्लॉक सड़क निर्माण चढ़ा अनियमितता की भेंट


5वें वित्त योजना से मुरलीगंज नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नंबर सात चंद्रमणि विद्यालय में 15 लाख 13 हजार एक सौ रुपये से आरसीसी नाला सह फेवर ब्लॉक सड़क निर्माण चढ़ा अनियमितता की भेंट

मुरलीगंज नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नंबर 7 स्थित चंद्रमणि कन्या मध्य विद्यालय जयरामपुर में पंचम वित्त योजना से स्कूल कैंपस के अंदर कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय से मवेशी अस्पताल के मुख्य संरक्षक नाले पीसीसी नाला एवं फेवर ब्लॉक सड़क का निर्माण 15 लाख ₹13 हजार 100 सौ से 2 माह पूर्व निर्माण कार्य प्रारंभ करवाया गया. 

मामले में जानकारी देते हुए अध्यक्ष विद्यालय शिक्षा समिति चंद्रमणि दिनेश कुमार मिश्रा ने बताया कि 2 महीने पूर्व पंचम वित्त के पैसे से पीसीसी नाला और पेपर ब्लॉक निर्मित सड़क का निर्माण करवाया जाना प्रारंभ हुआ और इस निर्माण में काफी अनियमितता बरती गई है. नियमानुसार सबसे पहले कार्य प्रारंभ करने के समय में ही प्राक्कलन का बोर्ड लगना चाहिए था कि कार्य प्रारंभ संबंधी सूचना किस मद से काम करवाया जा रहा है, प्राक्कलन की राशि, कार्य समाप्ति की तिथि एवं संवेदक का नाम उपस्थित रहना चाहिए. जिससे कार्य के विषय में लोगों को जानकारी हो. 

निर्माण स्थल पर शुरू से अब तक निर्माण संबंधी अनियमितता के कारण जो नाले के ऊपर प्लेट डाला गया है उसके बीच काफी दूरी रखी गई है, जिसके कारण छोटे-छोटे बच्चों के पास उसमें फंस कर चोटिल होने की सूचना दी गई है. कई अभिभावक हमसे आकर शिकायत किए कि अनियमितता बरती गई है. जिसके कारण बच्चे चोटिल हो रहे हैं. वहीं एक शिक्षिका भी चोटिल हुई है जिसकी जांच के लिए विद्यालय द्वारा पत्रांक 21 दिनांकः 25/7/22 विद्यालय प्रधान द्वारा कार्यपालक नगर पंचायत को अनियमितता की सूचना भेजी गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.

वहीं मामले में वर्तमान प्रधानाध्यापिका ने बताया कि हमारे यहां वर्ग 1 से लेकर वर्ग 8 तक के बच्चे आते हैं. कुल सारे 335 बच्चे नामांकित हैं. पिछले दिनों 3 बच्चों का उस प्लेट में पैर फंस चुका है. छोटे-छोटे बच्चे हमारे यहां आते हैं जब पाँव चोटिल होकर बच्चे जब घर पहुंचे तो उनके अभिभावक विद्यालय पहुंचकर बवाल काटते हैं और विद्यालय बंद करने तक की बात कह कर जाते हैं. हमने उनसे कहा कि विद्यालय बंद करना मेरे बस का नहीं है. आप पदाधिकारी से जाकर मिले. कई बच्चों के कॉपी और कलम इस नाले में गिर चुके हैं तो किसी का चप्पल गिर चुका है और अभिभावकों से खरी-खोटी हमें सुननी पड़ती है.

मामले की जानकारी जब विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष दिनेश कुमार मिश्रा को दी गई तो उन्होंने कनीय अभियंता दिनेश कुमार दास नगर विकास प्रमंडल मधेपुरा को अनियमितता की सूचना दी. सूचना उपरांत जांच में पहुंचे कनीय अभियंता दिनेश कुमार दास नगर विकास प्रमंडल मधेपुरा नाली निर्माण की जांच को पहुंचे. वहीं प्रधानाध्यापिका निशा रानी एवं विद्यालय शिक्षा समिति अध्यक्ष दिनेश कुमार मिश्रा नाला निर्माण संबंधी अनियमितता को सामने रखा. जहां नाले के पीसीसी दीवाल की मोटाई छः इंच होनी चाहिए वहां साढ़े 3 इंच मोटी दीवाल पाई गई तथा ऊपर के रखे हुए प्लेट निर्माण को अभी 2 महीना भी नहीं हुआ कि टूटने लगा है तथा प्लेट की बीच की दूरी 6 से 7 इंच रखी गई है, जिससे बच्चों के पाँव फंस रहे हैं वहीं प्लेट की मोटाई भी प्राक्कलन मानक के अनुरूप नहीं किया गया है. स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां निर्माण में लोकल बालू का प्रयोग किया गया है. नाले का निर्माण गर्मी के छुट्टी के समय किया गया था जिस समय विद्यालय बंद था.

मामले में जांच को पहुंचे नगर विकास प्रमंडल मधेपुरा के कनीय अभियंता दिनेश कुमार दास से जांच उपरांत जानकारी मांगी गई तो उन्होंने बताया कि प्रियंका कुमारी संवेदक के द्वारा कार्य करवाया जा रहा था. निर्माण में अनियमितता बरती गई है. समूचे प्लेट को हटवाने के लिए संवेदक को कहा गया है. समूचे प्लेट को हटवा कर नए सिरे से कार्य को ठीक करवाया जाएगा. साथ में फेवर ब्लॉक से सड़क निर्माण भी जल्द करवा दिया जाएगा.

वहीं उन्होंने मौके पर मौजूद प्रधानाध्यापिका, विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष को भी आश्वासन दिया कि जहां भी अनियमितता बरती गई है वहां सुधार कर पुनर्निर्माण करवाया जाएगा.

15 लाख रुपये से बना आरसीसी नाला सह फेवर ब्लॉक सड़क निर्माण चढ़ा अनियमितता की भेंट 15 लाख रुपये से बना आरसीसी नाला सह फेवर ब्लॉक सड़क निर्माण चढ़ा अनियमितता की भेंट Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 26, 2022 Rating: 5

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