धांधली का आरोप लगाते हुए आइसा के कार्यकर्ताओं ने किया बीएनएमयू में तालाबंदी

बीएनएमयू में पीजी परीक्षा परिणाम में हुई भारी धांधली एवं विभिन्न मांगों को लेकर आइसा कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर प्रदर्शन कर तालाबंदी किया. जहां छात्र संगठन आइसा ने विभिन्न मांगो को लेकर बीएनएमयू के मुख्य गेट में ताला मार कर सभी काम काज को ठप कर दिया. 

वहीं छात्रों ने पीजी परीक्षा का कोड लीक, पीजी परीक्षा परिणाम में हुई धांधली एवं अनियमितता की सीबीआई जांच, प्रो. (डॉ.) नरेश कुमार को सभी परीक्षाओं के सीएस एवं बी.एड/एम.एड विभाग के इंचार्ज पद से हटाए जाने की मांग, बीएनएमयू में सेमिनार के नाम पर लाखों रुपये की धांधली एवं छात्रों का आर्थिक शोषण की जांच, शिक्षक डॉ. सुधांशु शेखर विश्वविद्यालय में चार पद पर किस नियम के तहत हैं की जांच, पीएचडी कोर्स वर्क 2020 नामांकन में धांधली पर बनी इतिहास विभाग पर बनी जांच समिति का रिपोर्ट 30 दिनों बीत जाने के बाद भी नहीं आने की मांग को लेकर आइसा कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय के सभी विभागों में घूम-घूम कर बंद करवाया तथा सभी कार्यालयों पर प्रदर्शन करते हुए विश्वविद्यालय का तालाबंदी किया. साथ ही छात्र नेताओं ने कुलपति, कुलसचिव, डीएसडब्ल्यू, प्रॉक्टर, परीक्षा नियंत्रक समेत कई पदाधिकारियों को कुलपति कार्यालय में आने के बाद कुलपति कार्यालय का घेराव कर सभी पदाधिकारियों को बंधक बनाकर जमकर नारेबाजी किया. जहां मधेपुरा सदर थाना की पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा. छात्र नेता पीजी परीक्षा परिणाम में हुई धांधली और अनियमितता की सीबीआई जांच एवं दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे. कुलपति और कुलसचिव एवं परीक्षा नियंत्रक से लंबी वार्ता के बाद आश्वासन देने के बाद आंदोलन समाप्त हुआ. 

कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे बीएनएमयू आइसा के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान अली ने कहा कि सीएस द्वारा पीजी परीक्षा का कोड लीक कर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है एवं सीएस द्वारा लाखों रुपए की उगाही की गई है. सीएस प्रो.(डॉ.) नरेश कुमार को सभी परीक्षाओं के सीएस एवं बी.एड/एम.एड विभाग के इंचार्ज पद से अविलंब हटाया जाए. इस दौरान उन्होंने कहा कि एक शिक्षक डॉ. सुधांशु शेखर अपने सांठगांठ की वजह से विश्वविद्यालय में चार-चार पद पर आसीन होकर विश्वविद्यालय पर राज कर रहे हैं जो कहीं से भी उचित नहीं है. विश्वविद्यालय में सेमिनार के नाम पर छात्रों से लाखों रुपए वसूले जाते हैं एवं छात्रों का शोषण किया जाता है. उन्होंने कहा कि बीएनएमयू में भ्रष्ट पदाधिकारियों का बोलबाला है. यहां के कुछ भ्रष्ट पदाधिकारी जो विश्वविद्यालय को नेक से मान्यता दिलाने के नाम पर सालों से लूट मचा रखे हैं. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र संगठन आइसा के मांगों पर अगर अनदेखी करती हैं एवं दोषियों पर कार्रवाई नहीं करती है तो छात्र संगठन आइसा विश्वविद्यालय में चरणबद्ध आंदोलन करेगी एवं 1 अगस्त से आमरण अनशन करेगी और विश्वविद्यालय में आने वाले 3 अगस्त को महामहिम राज्यपाल को काला झंडा दिखाने का काम करेगी, जिसकी सारी जवाबदेही विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी.

वहीं इस बावत आइसा जिला संयोजक पावेल कुमार ने कहा कि छात्र संगठन आइसा अब आर-पार की लड़ाई लड़ेगी.

मौके पर मौजूद RYA के राज्य कार्यकारिणी परिषद सदस्य कुंदन यादव ने कहा कि बीएनएमयू में छात्रों का भविष्य पूरी तरह से चौपट हो चुका है. यहां पीजी 2 साल का कोर्स 4 साल में भी पूरा नहीं हो पाता है.


धांधली का आरोप लगाते हुए आइसा के कार्यकर्ताओं ने किया बीएनएमयू में तालाबंदी धांधली का आरोप लगाते हुए आइसा के कार्यकर्ताओं ने किया बीएनएमयू में तालाबंदी Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 12, 2022 Rating: 5

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