मनोहर मेहता हत्याकांड में प्रदर्शन: गवाहों की पिटाई के आरोपी पुलिस पदाधिकारी को मुअत्तल करने की मांग

मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज अनुमंडल कार्यालय के सामने सोमवार को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं व  लोगों ने  विशाल विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता पुलिस की कार्यशैली के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारी  बिहारीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत जौतेली पंचायत के रामपुर डेहरू गांव में 20 दिन पूर्व हुई मनोहर मेहता कांड में पुलिस कार्रवाई का विरोध जता रहे थे। आक्रोशित कार्यकर्ता हत्याकांड में चश्मदीद और स्वजन की पुलिस पिटाई का जमकर विरोध जताया।  प्रदर्शनकारी उदाकिशुनगंज के एसडीपीओ और इंस्पेक्टर सहित पिटाई में शामिल अन्य पुलिस अधिकारी को मुअत्तल करने की मांग की। वहीं कार्यकर्ता ने कांड में 48 घंटे में कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। इस दौरान इलाके भर से हजारों की भीड़ पहुंची थी। 

हालांकि बजरंग दल के आंदोलन की खबर मिलते ही प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम पहले से ही कर रखा था। एतियातन बड़ी संख्या में पुलिस पदाधिकारियों और जवानों की तैनाती की गई। परिस्थिति से निपटने के लिए दमकल की गाड़ियां बुलाई गई। गर्मी के बावजूद हजारों लोग अनुमंडल कार्यालय के मुख्य द्वार पर चार घंटे तक डटे रहे। कुछ लोग आक्रोशितों को शांत कराने में लगे रहे। आक्रोशित लोग मुख्य द्वार के गेट को अंदर जाने की कोशिश की। लेकिन सूझबूझ वाले लोगों ने ऐसा करने से मना किया। लोग पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। 

आंदोलन में शामिल लोगों का कहना था कि मनोहर मेहता की हत्या को 20 दिन बीत गए। लेकिन पुलिस आरोपितों पर कार्रवाई नहीं की। पुलिस का कदम आज तक आरोपितों के घर तक नहीं पहुंचा। वहीं वारदात के गवाह और मृतक के स्वजन को थाना ले जाकर बर्बरतापूर्ण पूर्ण पिटाई की । पुलिस पिटाई से चश्मदीद का मानसिक संतुलन गड़बड़ा गया जिसका इलाज पटना में जारी है। पुलिस पिटाई कर चश्मदीद पर जबरन हत्याकांड में बयान बदलने का दबाव बना रहे थे।  ऐसी स्थिति में लोगों ने प्रशासन से मांग किया कि दूसरे जिले वरीय पुलिस अधिकारी से मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए। कार्रवाई के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम प्रशासन को दिया गया। मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई। 

बाद में एसडीएम को 21 सदस्यों का शिष्टमंडल ने मांग पत्र सौंपा। जिसमें बिहारीगंज थाना कांड  86 दिनांक 02.04. 2022 के नामजद आरोपितों की 24 से 48 घंटे में गिरफ्तारी, कांड का अनुसंधान बाहरी जिले के पुलिस पदाधिकारी से कराने, कांड के चश्मदीद गवाह श्यामल मेहता और मृतक के स्वजन की पिटाई करने वाले पुलिस पदाधिकारियों को मुअत्तल करने, स्वजन की विधवा को 25 लाख रूपया मुआवजा देने की मांग की गई। 

इसमें बजरंग दल के अमित कुमार, रूबी कुमारी, शकुंतला कुमारी, सुलेखा देवी, अनीता देवी,  आममनगर के विधायक प्रतिनिधि चंद्रशेखर सिंह, जिला परिषद प्रतिनिधि अजय शंकर सिंह, पूर्व उपप्रमुख मुनेश्वर राय, अरविंद कुमार सिंह, कृपाल मेहता, जिला परिषद सदस्य अनिकेत मेहता, पैक्स अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार मेहता, पंचायत समिति सदस्य बिपिन मंडल,  विहिप के जिलाध्यक्ष इंदु शेखर सिंह, विश्व हिंदू परिषद रवि शंकर कुमार, अखिलेश मेहता, कुंदन मेहता, मनोरंजन मेहता, परम सिंह, बबलू ऋषिदेव (मुखिया), बबलू मुर्मू , रामेश्वर मेहता, जॉनसन दास बजरंग दल के कार्यकर्ता उदाकिशनगंज आदि शामिल थे। 

एसडीएम राजीव रंजन कुमार सिन्हा ने बताया कि शिष्ट मंडल की बातों को गंभीरता से सुना गया। लोगों को वैधानिक प्रक्रिया के तहत मांग पूरी कराने का भरोसा दिलाया गया। एसडीएम ने बताया कि लोगों की मांग को जिलाधिकारी के पास भेज दिया गया है।

(रिपोर्ट: कुमारी मंजू)

मनोहर मेहता हत्याकांड में प्रदर्शन: गवाहों की पिटाई के आरोपी पुलिस पदाधिकारी को मुअत्तल करने की मांग मनोहर मेहता हत्याकांड में प्रदर्शन: गवाहों की पिटाई के आरोपी पुलिस पदाधिकारी को मुअत्तल करने की मांग Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 18, 2022 Rating: 5

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